'संपादकीय'
पुतला दहन के दौरान सुरक्षा इंतजाम जरूरी, अन्यथा हो सकता है बड़ा हादसा
लेखक - 'मनितोष सरकार', (संपादक)
'हमसफ़र मित्र न्यूज'
देश में विरोध प्रदर्शन करने के लिए अलग अलग तरीके आजमाया जाता है। इनमें से एक पुतला दहन करना। पुतला दहन करना एक साधारण सा बात बन गया है। पर पुतला दहन के दौरान अगर हादसा हो जाए तो पहले से उसका कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं रहता है। घटनास्थल पर फायर ब्रिगेट तो दूर अग्निशमन यंत्र भी दिखाई नहीं देता है। ऐसा बद इंतजाम से किसी का भी जान माल की नुकसान होना स्वाभाविक बात है।
पिछले 19 सितंबर गुरुवार को छत्तीसगढ़ के जीपीएम जिले के पेंड्रा में एक प्रदर्शनी के दौरान बड़ा हादसा होते होते टल गया। जिले के कांग्रेस कमेटी द्वारा पेंड्रा के दुर्गा चौक में गुरुवार को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुतला दहन किया जा रहा था, इस दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष उत्तम वासुदेव के कपड़े में अचानक आग लग गई। आनन फानन में किसी तरह कार्यकर्ता एवं सुरक्षाकर्मियों द्वारा आग को बुझाने में कामयाब हो गया। अन्यथा एक बड़ा हादसा हो जाता। जिलाध्यक्ष को घायल अवस्था में पेंड्रा के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
ऐसा पहली बार नहीं पिछले शनिवार को उत्तर प्रदेश के हरदोई में अखिलेश यादव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पुतला दहन कर रहे भाजयुमो के चार कार्यकर्ता भी झुलस गए थे। ऐसे ही देश में आए दिन हादसा हो रहा है पर घटना स्थल पर सुरक्षा इंतजाम रखना सरकार ने मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। हादसा केवल एक नहीं अनेकों हैं। हो सकता है पुतला दहन के दौरान हवा के झोंके से आसपास किसी दुकान में आग लग जाएं अथवा नजदीक से जाने वाले किसी वाहन उसके चपेट में आ जाएं, ऐसा कुछ भी हो सकता है। घटनास्थल पर सुरक्षा इंतजाम नहीं रखना मतलब कोई बड़ी घटना का इंतजार करना है। अतः कहीं भी पुतला दहन के पहले शासन की ओर से जहां पुतला दहन किया जाएगा वहां का जायजा लेकर सुरक्षा का इंतजाम रखना चाहिए ताकि कोई बड़ा हादसा न हो।
No comments:
Post a Comment