राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करना, लोकतंत्र पर एक धब्बा है। मोदी जी के अपनी विफलताओं, भ्रष्ट मित्रों और विपक्ष को दबाने से लोगों का ध्यान हटाने के मिशन का एक बड़ा हिस्सा....आलोक पान्डेय
'गणेशदत्त राजू तिवारी' की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'
रायपुरः देश में लोकतंत्र की इस कदर हत्या हो गई कि आज वह काला दिन है कि जिस व्यक्ति ने भ्रष्टाचार बेरोजगारी महंगाई के खिलाफ सदन में अपनी आवाज बुलंद करने की कोशिश की देश के पैसा लेकर भाग जाने वाले अदानी के खिलाफ लगातार बोलने वाले श्री राहुल गांधी जी की सदस्यता रद्द करना एक निंदनीय कार्य है ऐसा काला दिन इसे पूरे देश पूरा भविष्य आज के दिन को याद करेगा और यह दिन आज से मोदी जी की उलटी गिनती चालू हो गई है कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता देश का एक-एक युवा आज मोदी से या प्रश्न पूछना चाहता है कि कब अदानी और अपने रिश्ते का खुलासा करेंगे कब देश से बाहर ले गए जितने भी मोदी हैं चाहे वह नीरव मोदी हो जाए और अन्य कोई हो उनके पैसे को वापस लाएंगे उन्होंने प्रधानमंत्री बनने से पहले यह कहा था कि देश के काले धन को वापस लाएंगे काला धन तो वापस नहीं आया परंतु देश का जितना दम था आज दूसरों के हवाले कर दिया गया और वे सारे लोग आदेश से फरार हैं कब मोदी जी इन लोगों को जेल के भीतर डालेंगे सवालों को लेकर माननीय राहुल गांधी जी लगातार अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे इसका जवाब नहीं देना पाने की स्थिति में मोदी जी ने ऐसी कोई रचना की है जिसकी हम घोर निंदा करते हैं पता है कि राहुल जी की सदन में आज जरूरत है अगर हो सके तो उन्हें राज्यसभा के माध्यम से दोबारा कांग्रेस पार्टी से सदन में भेजा जाए ताकि युवाओं के रोजगार मजदूरों की आवाज फिर से बुलंद कर सकें।
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