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Tuesday, July 12, 2022

 


जानिए ट्रेन के फर्स्ट AC कोच में ऐसा क्या खास होता है, जिसकी वजह से इतना महंगा होता है किराया

'हमसफर मित्र न्यूज' 


 

भारतीय रेलवे हर वर्ग के हिसाब से सेवाएं देता है. इसके लिए ही ट्रेन में जनरल, सेकेंड सिटिंग से लेकर फर्स्ट एसी तक के कोच होते हैं. इन कोच में सुविधाओं के आधार पर किराया भी वसूला जाता है. आपने भी कई बार ट्रेन में फर्स्ट एसी के डिब्बे देखे होंगे या फिर सफर भी किया होगा. लेकिन, जिन लोगों ने आज तक ट्रेन के फर्स्ट एसी कोच में ट्रेवल नहीं किया है, उनके मन में हमेशा सवाल रहता है कि आखिर इस कोच का किराया इतना ज्यादा क्यों होता है. लोग अक्सर सवाल करते हैं कि आखिर इस कोच में ऐसा क्या होता है, जिसके लिए लोग कई गुना ज्यादा पैसे देते हैं…


ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि ट्रेन के फर्स्ट एसी कोच में वो कौन-कौन सी सुविधाएं होती हैं, जो इसे अन्य कोच से अलग बनाती है. साथ ही किन वजहों से इसका किराया भी ज्यादा होता है. जानते हैं फर्स्ट एसी से जुड़ी खास बातें…


ट्रेन में तीन तरह के एसी कोच होते हैं, जिसमें 3 टियर, 2 टियर और फर्स्ट एसी शामिल है. थर्ड एसी में तो स्लीपर की जैसी ही सुविधाएं होती हैं, बस इसमें एसी लगा होता है. यह स्पेस और बर्थ के मामले में एक जैसे होते हैं, लेकिन एसी लगा रहता है. इसमें भी एक बर्थ में 8 सीट होती हैं और स्लीपर क्लास में भी इतनी ही सीट होती है. वहीं फर्स्ट एसी की खास बात ये होती है कि इसमें एक साइड वाली सीट नहीं होती है, अन्य कोच में होती है.


इसमें अलग अलग कैबिन बने होते हैं और इन केबिन में स्लाइंडिंग वाला दरवाजा लगा होता है. एक केबिन में 2 सीट होती हैं. इसमें मिडिल या अपर सीट का सिस्टम नहीं होता है. वहीं, कई कोच में तो इसमें वॉश बेसिन भी लगे होते हैं. वैसे फर्स्ट एसी की खास पहचान सिर्फ प्राइवेसी और स्पेस की वजह से होती है. अगर आप दो लोग हैं तो आप एक रूम की तरह केबिन का इस्तेमाल कर सकते हैं और इसके गेट को अंदर से बंद भी किया जा सकता है. यह खास तरीके की प्राइवेसी देता है. इसके अलावा इस कोच के वॉशरूम भी थोड़े अलग होते हैं और कारपेट फ्लोर के साथ सफाई का खास ध्यान रखा जाता है.


फर्स्ट एसी की डिजाइन और सुविधाएं हर ट्रेन के हिसाब से अलग अलग भी हो सकती है. वहीं, अगर खाने की बात करें तो अन्य कोच के लिए बाहर से खाना आता है, जबकि फर्स्ट एसी के यात्रियों के लिए ट्रेन में खाना बनता है और यह कार्टे मेनू होता है. यानी एक रेस्टोरेंट की तरह मेन्यु होता है, जिसके आधार पर खान ऑर्डर करते हैं.


अगर किराए की बात करें तो स्लीपर क्लास से किराया काफी ज्यादा होता है. अगर अंदाजा लगाए जाए तो जिन ट्रेन में स्लीपर का किराया अगर 500 रुपये तक होता है, उनमें फर्स्ट एसी का किराया करीब 3500 रुपये तक होता है.

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