आज की कविता
यशोदा के नंदलाला जन्मोत्सव
'हमसफर मित्र न्यूज'
जन्मदिन का शुभ अवसर आया,
सभी भक्तों के मन में उमंग छाया।
देवकी के गर्भ से जन्म लिए,
यशोदा के लाल आप कहलाए।
विष्णु के अवतार हो प्रभु,
कंश का विनाश करने आये।
दीन दुखियों के दुःख हर्ता,
पापियों के विनाश कर्ता।
राधा संग वृंदावन में रास रचाये,
बाँसुरी धुन मे राधा को नचाये।
यशोदा मैया को जब मिले शिकायत,
माता के नयन अश्रु से भर आये
कालिया नाग ने जब कृष्ण को पकड़ा,
फिर कालिया के सिर पर नाचने लगे।
आतंकित हुए जब कृष्ण से कालिया,
यमुना छोड़कर कालिया भाग गया।
यशोदा के नटखट नंदलाला,
परमानंद,केशव कहलाए।
कालकोठरी से माँ-बाप को छुड़ाए।
यशोदा,देवकी का पुत्र कहाए।
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