22 मार्च से आरंभ हो गया हैं होलाष्टक, नहीं कर सकेंगे शुभ कार्य,
प्रस्तुति - पं. गणेशदत्त राजू तिवारी जी महाराज, मल्हार
'हमसफर मित्र न्यूज'।
होली के पर्व को मनाने के लिए तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं. होली से पहले होलाष्टक का विशेष महत्व है।
होलाष्टक पंचांग के अनुसार 22 मार्च से आरंभ हो चुका हैं. होलाष्टक होली के पर्व से आठ दिन पूर्व आरंभ होते हैं. इसीलिए इसे होलाष्टक कहा जाता है. होलाष्टक में शुभ कार्यों को वर्जित माना गया है. इस समय खरमास भी चल रहे हैं. इसलिए शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य भी नहीं किए जा सकते हैं.
होलिका दहन का मुहूर्त
होलिका दहन 28 मार्च को किया जाएगा. फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा की तिथि में ही शाम 6 बजकर 37 मिनट से रात्रि 8 बजकर 56 मिनट मध्य होलिका दहन का मुहूर्त बना हुआ है. 29 मार्च सोमवार को प्रतिपदा तिथि में होली खेली जाएगी. होलिका दहन के दिन ही होलाष्टक का समापन हो जाएगा.
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