'आज का सेहत'
हार्ट अटैक के पहले शरीर में दिखता है ये 8 लक्षण, खासकर सर्दियों में रहे सावधान
लेखक - 'मनितोष सरकार', (संपादक)
'हमसफ़र मित्र न्यूज'
अक्सर देखा जा सकता है कि सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक की संभावना अधिक होती हैं। इस लिए इस मौसम में सावधानी वरतना अति आवश्यक है। खासकर जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर अथवा हृदय संबंधित रोग हैं। आजकल हार्ट अटैक होने का कोई आयुसीमा नहीं है अतः किसी भी उम्र में अटैक आ जाती हैं, इसका असली कारण है दिनचर्या और खानपान में अनियमितता। आइए आज हम बात करते हैं हार्ट अटैक आने के पहले शरीर में होने वाले 8 चेतावनी लक्षण के बारे में...
1. कमजोरी तथा थकान :
कमजोरी तथा थकान एक ऐसा कारण हो सकते हैं जो हार्ट अटैक की ओर इशारा करता हैं। जब दिल प्रोपर तरीके से काम नहीं कर पाते हैं तब शरीर में थकावट जैसे लक्षण पैदा होता है क्योंकि रक्त का संचालन सही तरीके से कोशिकाओं में नहीं पहुंच पाते हैं तब थकान महसूस होते हैं जो हार्ट संबंधित हो सकते हैं। इस स्थिति में किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श कर कमजोरी का कारण का पता लगा लेना चाहिए। इस लिए कि थकावट शरीर में विटामिन आदि की कमी से भी हो सकती हैं।
2. लगातार चक्कर आना :
अगर आपको लगातार चक्कर आने लगे तो समझ लेना है कि हृदय रक्त पम्प करने में अक्षम हो रहे हैं जिससे मस्तिष्क तक रक्त का संचालन सही तरीके से नहीं हो रहा है जिससे चक्कर आ रहे हैं। बार-बार चक्कर आने से तत्काल एलर्ट हो जाए और चिकित्सक से जांच कराएं क्योंकि ऐसा लक्षण हार्ट अटैक की ओर इशारा करते हैं।
3. नसों में सूजन :
शरीर के नसों में सूजन आने का कई कारण हो सकते हैं पर यह लक्षण भी हार्ट अटैक की ओर संकेत देता है। अक्सर प्राथमिक जांच में सिक्लिंग होने की बात सामने आती है। लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि आपका हार्ट जवाब देने वाले हैं। यदि आपके नस फूल रहा है या फिर पैर के पंजे तथा टखने में सूजन दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, यह हार्ट अटैक आने के पहले की संभावना हो सकती है। यह लक्षण ये बताते हैं कि आपका दिल सही सलामत काम नहीं कर रहे हैं और शरीर में पर्याप्त रक्त का सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं जिससे खून की संचालन करने वाली आर्टरी फूल रहे हैं।
4. सांस लेने में परेशानी :
हमारे हार्ट रक्त के माध्यम से फेफड़ों से आक्सीजन लेकर रक्त द्वारा पुरे शरीर में सप्लाई करने का काम करता हैं। इस स्थिति में अगर हार्ट सही तरीके से फेफड़े से रक्त के माध्यम से आक्सीजन सप्लाई नहीं कर पाते है तो फेफड़े में दबाव पड़ता है अथवा कार्बन-डाई-आक्साइड की अधिक मात्रा होने से सांस लेने में तकलीफ होता है। ऐसे में तत्काल डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए कि यह कोई हार्ट अटैक की संभावना है या अन्य और रेस्पिरटरी सिस्टम की खराबी से हो रहा है। क्योंकि दमा या फेफड़े संबंधित अन्य रोगों में भी ऐसा लक्षण दिखाई देता है।
5. सफेद और गुलाबी कफ :
विशेषज्ञों के अनुसार खांसी में बलगम आना एक आम बात है। परंतु लगातार खांसी के दौरान खांसने के समय अगर गुलाबी अथवा सफेद बलगम आते हैं तो यह हार्ट अटैक आने की संभावना है। ऐसे में आप डॉक्टर से परामर्श कर इसका निदान कर लें।
6. सीने में जलन या बदहजमी :
सीने में जलन होना यह गैस अथवा बदहजमी की शिकायत हो सकती है। इसे हार्ट बर्न भी कहा जाता है। ऐसा होना हार्ट से संबंधित रोग भी हो सकता है। हार्ट से जब रक्त संचालन में दिक्कतें आती हैं तब खाएं हुए भोजन पर्याप्त मात्रा में डाइजेशन नहीं हो पाता है जिससे सीने में जलन पैदा होता है, अतः इससे भी हार्ट अटैक आने की संभावना हो सकती है। इस स्थिति में आप चिकित्सक से परामर्श जरुर लें।
7. कंधे, जबड़े और हाथ में दर्द :
अगर आपके कंधे, जबड़े और हाथों में दर्द हो तो सावधान हो जाएं। यह लक्षण भी आने वाले समय में हार्ट अटैक ला सकते हैं। क्योंकि जब भी ऐसा लक्षण दिखाई देता है तो समझ लेना चाहिए कि हृदय में कुछ खराबी है। अतः इसे अनदेखा न कर चिकित्सक से परामर्श कर लें।
8. पसीना आना :
पसीना आना भी हार्ट अटैक का प्रमुख संकेत है। खास कर ठंडी के मौसम में शरीर से अपने आप पसीना बहना खराब लक्षण है। पसीने के साथ साथ घबराहट, बेचैनी और त्वचा ठंडा पर जाना तथा नाड़ी की गति धीमी हो जाती है तो बिना देरी किए तत्काल उपचार करा लेना चाहिए।
सुझाव :
ठंडी के इस मौसम में खासकर हृदय रोग अथवा हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को अति सावधानी वरतनी चाहिए। सुबह और रात को अच्छे टूथपेस्ट से दांतों को साफ करना चाहिए क्योंकि दांतों में इंफेक्शन होने पर भी हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती हैं। सुबह गरम पानी का सेवन करना चाहिए। सुबह नहाने से अच्छा दोपहर को नहाएं। अगर सुबह नहाना जरूरी है तो ठंडे पानी से न नहाएं, बल्कि गरम पानी से नहाएं। क्योंकि खासकर ठंडी के मौसम में बाथरूम में हार्ट अटैक आने की शिकायत ज्यादा है। रोज सुबह एक-दो कली लहसुन का सेवन करें। लहसुन शरीर को गर्माहट रखेगा और खराब कोलेस्ट्रॉल एलडीएल में कमी लाएगा, जिससे आपका हृदय स्वस्थ रहेगा और आप हार्ट अटैक से बच सकेंगे। इमर्जेंसी के लिए 911 नंबर पर कॉल कर अतिशीघ्र उपचार पा सकते हैं।
लेखक - मनितोष सरकार, (31 वर्षों का स्वास्थ्य अनुभव), वार्ड नं. - 10, पत्थरखान भाठा, आईटीआई के पास, बिल्हा, पोस्ट - बिटकुली/बिल्हा। जिला - बिलासपुर, छत्तीसगढ़। पिन कोड नं. - 495224,
मोबाइल नं. - 9009153712
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