मस्जिद से चर्च पर हमले की अपील, पंजाब प्रांत में ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने कई चर्चों में तोड़फोड़ और आगजनी की.
'हमसफर मित्र न्यूज'
इस्लामाबाद: मस्जिद से ईसाई समुदाय के लोगों और चर्च पर हमले करने की अपील के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के फैसलाबाद में हालात बेकाबू हो गए हैं. फैसलाबाद डिविजनल कमिश्नर ने गंभीर हालातों पर काबू पाने के लिए सेना की मदद मांगी है. उन्होंने इसके लिए सरकार को पत्र लिखा है. फैसलाबाद डिविजनल कमिश्नर ने पंजाब प्रांत के अतिरिक्त सचिव आंतरिक सुरक्षा को गोपनीय पत्र लिखकर जानकारी दी है कि धार्मिक दंगे के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की समीक्षा में पाया गया है कि हालात बेकाबू हैं.
डिविजनल कमिश्नर ने अपने पत्र में लिखा है कि कोई भी बड़ी घटना हो सकती है. पूरा इलाका बेहद संवेदनशील और असुरक्षित है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में यह भी पाया गया है कि स्थानीय पुलिस दंगे के बाद उपजे हालातों पर काबू पाने में सक्षम नहीं है. अतिरिक्त सचिव इंटरनल सिक्योरिटी से कहा गया है कि ऐसे संवेदनशील हालातों को देखते हुए इलाके में तत्काल पर्याप्त मात्रा में सैन्य बल भेजे जाएं, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति को संभाला जा सके और किसी भी बड़ी अप्रिय घटना को टाला जा सके.
स्थानीय प्रशासन की बैठक में यह पाया गया कि भीड़ तब और उग्र हो गई जब इलाके की मस्जिद से चर्च और ईसाई लोगों को निशाना बनाने की अपील की गई. इस दौरान उत्तेजित भीड़ ने 5 चर्चों में तोड़फोड़ की. इनमें फैसलाबाद के जरावाला स्थित सॉल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेस्बिटेरियन चर्च, एलाइड फाउंडेशन चर्च और शेरनवाला इलाके के दो चर्च शामिल हैं. ईसाई समुदाय के 2 लोगों, जिनमें बहन और भाई शामिल हैं, उन पर कुरान की बेअदबी का आरोप लगाया गया. मुस्लिमों का कहना है कि राजा अमीर मसीह और उसकी बहन राखी मशीह ने कुरान की पवित्रता भंग की.
इस मामले में ईसाई समुदाय के लोगों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस यदि चाहती तो घटना को तत्काल संभाला जा सकता था. लेकिन घटना के वक्त पुलिस पूरी तरह से मूक दर्शक बनी रही. मस्जिद से चर्च और ईसाई समुदाय के लोगों पर हमले की अपील के बाद भी पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. इसके बाद हालत लगातार बेकाबू होते चले गए. पुलिस ने उल्टे पहले ईसाई समूह के दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसके बाद हालात और बेकाबू हो गए. चर्च में तोड़फोड़ करने और आग लगाने की वीडियो भी वायरल है. गंभीर हालातों के मद्देनजर फौज बुलाई गई है.
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