'आपका सेहत'
मधुमेह कम करने के लिए क्या करना चाहिए
संपादक - 'मनितोष सरकार', बिल्हा
'हमसफर मित्र न्यूज'
धनबाद, झारखंड से अंजली सिंह पुछते है कि मधुमेह कम करने के लिए क्या करना चाहिए...
जवाब - 'मनितोष सरकार' -
मधुमेह पर जागरूकता फैलाने के लिए 27 जून को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। मधुमेह बीमारी को डायबिटीज और शुगर के नाम से भी जाना जाता है। यह रोग लाइलाज बीमारीयों में से एक है। यह अनुवांशिक एवं साधारण व्यक्तियों को भी होने की संभावना है। आज भारत में 7 करोड़ 20 लाख लोग शुगर से पीड़ित हैं इनमें से 3 करोड़ 60 लाख लोगों को पता नहीं है कि उन्हें शुगर हैं, वह इसलिए कि शुगर एक साइलेंट किलर है जो चुपके से चपेट में लेते हैं। भारत में 90.95 प्रतिशत लोग टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित है।
मधुमेह इंसुलिन की कमी से होता है। जो पैनक्रियस (अग्नाशय) में निर्माण होता है। इंसुलिन एक प्रकार का हार्मोन है जो ग्लूकोज़ को नियंत्रित करने का काम करता हैं। जब अग्नाशय से इंसुलिन निर्माण बंद हो जाता है अथवा कम निकलने लगते हैं तब हमारे शरीर में रक्त शर्करा की मात्रा बढ़ने लगता है यही मधुमेह रोग हैं।
कैसे पहचाने कि आपको डायबिटीज है
डायबिटीज के शुरूआती लक्षण पता नहीं चल पाता है। जब यह बढ़ जाता है तब शरीर में कुछ लक्षण पैदा होने लगती है, जैसे कि अधिक प्यास लगना बार-बार मूत्र त्याग की इच्छा होना, भूख अधिक लगना, कमजोरी एवं चक्कर आना, घावों को नहीं सुखना जैसे लक्षण दिखाई देता है।
कैसे कंट्रोल करें शुगर
पहले ही बता दिया गया है कि शुगर एक लाइलाज बीमारीयों में से एक है। इसका दवा नियमित रूप से रोज सेवन करना जरूरी है, जिससे कि शुगर कंट्रोल में रह सके। हालांकि कुछ ऐसा भी उपचार हैं जो बिना एलोपैथी दवा से नेचुरली तरीके से शुगर को कंट्रोल रखा जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले अपना भोजन पर नियंत्रण रखना होगा। कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों को कम करना होगा जैसे कि चावल, आलू, गेहूं, मिठी वस्तुएं जंकफूड आदि। इन चीजों से ग्लूकोज़ निर्माण होता है जो बाद में शक्कर में परिवर्तन होता है।
ये घरेलू दवा हैं कारगर
जामुन का बीज संग्रहित कर छाया में सुखा कर उसे पत्थर अथवा चिनी मिट्टी के बर्तन में पीसकर रखें। फिर उस पावडर के आधा हिस्सा मेथी दाना पीसकर मिला लें और रोज सुबह खाली पेट दो चम्मच पानी के साथ सेवन करें। ऐसा करने पर शुगर कंट्रोल रहेगा तथा अग्नाशय पर दबाव नहीं पड़ेगा जिससे अग्नाशय दुरुस्त होने लगेगा और भविष्य में शुगर हमेशा के लिए समाप्त होने की संभावना है। अगर जामुन के बीज उपलब्ध नहीं है तो रोज उसके पत्ते को पीसकर रस बनाकर मेथी चूर्ण के साथ सेवन कर सकते हैं।
आप भी पुछ सकते हैं आपका शारीरिक समस्याएं। समस्या संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप करें - 9009153712
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