'आज का सेहत'
शुगर को दवाई से नहीं, बल्कि ये पत्ते खाकर नेचुरली करें कम, ये है सेवन करने का तरीका
लेखक - 'मनितोष सरकार' (संपादक)
'हमसफर मित्र न्यूज'
एक जमाने में शुगर की बिमारी अमीरों को हुआ करता था. अब ऐसा नहीं है. अब सभी वर्गों के लोगों को यह बिमारी आसानी से देखा जा सकता है. इसका असली कारण यह है कि आजकल के भोजनों में अशुद्धता. साथ ही शारीरिक मेहनत की कमी. आजकल देखा जाए तो सभी कार्य मशीनों के द्वारा किया जाता है जिससे शारीरिक श्रम पर्याप्त रूप से नहीं हो पाता है जिससे शरीर के भीतर हलचल नहीं होता और अंग के सभी हिस्से निष्कृय होने लगता है, फलस्वरूप हमारे पाचनतंत्र में गड़बड़ी आती है.
शुगर होने का कारण हमारे पेट में मौजूद पेनक्रियस (अग्नाशय) से निकलने वाली एक प्रकार का जूस जिसे हम इंसुलिन कहते हैं. इस जूस का कार्य शुगर को कन्बर्ट करना, जब अग्नाशय द्वारा जूस का निर्माण में कमी आती है तब हमारे शरीर के रक्त में शुगर का लेबल बढ़ जाती है और हम शुगर का पेशेंट बन जाते हैं. डॉक्टर के पास जाने से डॉक्टर ने दवाईयां लिख देते हैं और जीवन भर सेवन करने का सलाह देते हैं.
हमारे मे से काफी लोगों को मालूम नहीं है कि शुगर को हम नेचुरल तरीके से कंट्रोल में रख सकते हैं. आप अगर शुगर लेवल को प्राकृतिक रूप से कम करना चाहते हैं तो आप इन पत्तियों का सेवन कर सकते हैं. आज हम मनितोष सरकार द्वारा संचालित 'हमसफर मित्र न्यूज' के 'आज का सेहत' में डायबिटीज के लक्षण और उसे कम करने के आसान तरीकों के बारे में बतायेंगे.
आजकल के समय में शुगर एक आम बीमारी है. ब्लड में शुगर लेवल का बढ़ना खराब लाइफस्टाइल के कारण होता है. लेकिन कई बार डायबिटीज की बीमारी वंशागत भी होती है. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके होने के बाद ज्यादातर लोग शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए जीवन भर दवाई खाते हैं. इस बात को तो सभी जानते हैं कि नेचर ने पहले से ही हमे हर बीमारी का इलाज दिया हुआ है. ऐसे में अगर आप शुगर को नैचुरल तरीके से कम करना चाहते हैं तो हम आपको इसके एक नेचुरल उपचार और उसके सेवन के बारे में बताएंगे. इसके अलावा हम ये भी बताएंगे की किस तरह से आप डायबिटीज की पहचान कर सकते हैं और इसके क्या लक्षण कैसे होते हैं.
शुगर की पहचान ऐसे करें
जब शरीर में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है तो उसे डायबिटीज कहते हैं. ब्लड में बढ़े शुगर लेवल का पता नियमित ब्लड चेकअप के द्वारा लगाया जाता है. इसके अलावा डायबिटीज होने पर शरीर भी कई संकेत जैसे कि पेशाब से तेज बदबू आना, जल्दी-जल्दी भूख लगना, नींद न आना त्वचा का रंग बदलना, बार-बार पेशाब आना, घावों को नहीं मिटना, कमजोरी लगना आदि.
चिरायता से डायबिटीज को नैचुरल तरीके से करें कम
शुगर को कंट्रोल करने के लिए कई पेड़-पौधे, जड़ी-बूटियां है पर आज हम बात करेंगे चिरायता की. चिरायता डायबिटीज को नैचुरल तरीके से कम करने में बड़ा कारगर होता है. असल में इसमें अमारोगेंटिन नाम का एक बायोएक्टिव कंपाउंड मौजूद होता है. जिसके कारण शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. ये डायबिटीज के मरीजों के लिए इंसुलिन का काम करता है.
ऐसे करें चिरायता का सेवन
यदि आप शुगर लेवल को नैचुरली तरीके से कम करना चाहते हैं तो उसके लिए आप चिरयता का सेवन कर सकते हैं. इसके लिए आप भोजन से पहले चिरायता का सेवन टॉनिक के रूप में करें. आप चिरायता के पत्तों का जूस निकालें और उसे पिएं. लेकिन फिर भी इसका सेवन करने से पहले आपको एक बार अपने निजी चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लेनी चाहिए.
No comments:
Post a Comment