कविता : खुशी चहुंओर - HUMSAFAR MITRA NEWS

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Tuesday, November 15, 2022

'आज की कविता' 

 कविता : खुशी चहुंओर

 कवि - मनहरण घनाक्षरी, लोरमी /मुंगेली 

'हमसफर मित्र न्यूज' 

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खेले  -  कूदे   झूमकर,

सांझ     तक   घूमकर,

चिंता न  फिकर  कोई,

         हरपल भोर है।

🕴️

कोइ   भेद-भाव  नहीं,

देता  कोई  घाव  नहीं,

जाति-पाती कुछ नहीं,

       मन में न चोर है।

🧍‍♀️

बचपन    नाच    रहा,

ज्ञान पोथी  बाँच रहा,

भाग्य निज गढ़ने को,

     लगा रहा जोर है।

🧍

भावना  में  बहना  है,

निश्छल  ही रहना है,

आज बाल दिवस में,

    खुशी चहुँओर है।

(बाल दिवस की

   💐शुभकामनाएँ)


©®

  कुमार 🙏🏼कारनिक

         "कुमार"

(लोरमी, मुंगेली,छग)


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