शबरी के राम हैं हिन्दी - HUMSAFAR MITRA NEWS

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Tuesday, September 13, 2022

 14 सितंबर 'हिन्दी दिवस' पर विशेष कविता 


शबरी के राम हैं हिन्दी 



कवि - चेतन सिंह
कसडोल , छत्तीसगढ़
संपर्क --9202507146

'हमसफर मित्र न्यूज' 






नदी-पर्वत , मेघ -बादल , फूल - कचनार है हिन्दी !

मां   भारती   का       अनुपम ,  श्रृंगार   है हिन्दी ! 


खेतों     में       लहलहाती  ,    धान     है  हिन्दी !

जन   -  गण  -  मन  ,    राष्ट्र   गान      है हिन्दी !


कारक ,रचना , संज्ञा ,सर्वनाम ,विशेषण है हिन्दी !

भावाभिव्यक्ति  का  सुपठित ,  विश्लेषण  है  हिन्दी !


कदाचित  तत्सम ,  कदाचित  तत्भव  है  हिन्दी !

अनेकों   बोलियों   का ,      उद्भव     है   हिन्दी !


रस - अलंकार ,  दोहा - छंद -  चौपाई  है हिन्दी !

निर्मल - कोमल - निश्छल ,   पुरवाई   है  हिन्दी !


गद्य ,पद्य , एकांकी ,कहानी , संस्मरण  है हिन्दी !

भाषा  सौंदर्य  का सर्वश्रेष्ठ , उदाहरण   है हिन्दी !


चंद्रबिंदु ,हलन्त ,अनुस्वार ,  पूर्णविराम है हिन्दी !

मीरा के कृष्ण कन्हैया , शबरी के राम  है हिन्दी !


उन्हत्तर ,उन्यासी ,नवासी पर उलझन  है हिन्दी !

नमन  - अभिनंदन -  चंदन , वंदन    है   हिन्दी !


शब्द , वाक्य ,भाव की सुंदर अनुभूति है हिन्दी !

ख़ुदा की इबादत ,  इश्वर  की  स्तुति  है  हिन्दी !


उपसर्ग  -  प्रत्यय ,  संधि - समास    है   हिन्दी !

दुल्हन के सौंदर्य सा ,शहद सी मिठास है हिन्दी !


महादेवी , अज्ञेय, दिनकर, पंत , निराला है हिन्दी !

मुंशी प्रेमचंद की कफ़न , बच्घन की मधुशाला है हिन्दी !


चाह - मनोरथ - कामना - अभिलाषा  है हिन्दी !

राष्ट्र गौरव , राष्ट्र प्रतीक ,  राष्ट्र भाषा  है  हिन्दी !


मां  सरस्वती  का , जिव्हा को वरदान  है हिन्दी !

क्षेत्र विशेष नहीं ,वरन पूरा हिन्दुस्तान  है हिन्दी !

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