14 सितंबर 'हिन्दी दिवस' पर विशेष कविता
शबरी के राम हैं हिन्दी
कवि - चेतन सिंह
कसडोल , छत्तीसगढ़
संपर्क --9202507146
'हमसफर मित्र न्यूज'
नदी-पर्वत , मेघ -बादल , फूल - कचनार है हिन्दी !
मां भारती का अनुपम , श्रृंगार है हिन्दी !
खेतों में लहलहाती , धान है हिन्दी !
जन - गण - मन , राष्ट्र गान है हिन्दी !
कारक ,रचना , संज्ञा ,सर्वनाम ,विशेषण है हिन्दी !
भावाभिव्यक्ति का सुपठित , विश्लेषण है हिन्दी !
कदाचित तत्सम , कदाचित तत्भव है हिन्दी !
अनेकों बोलियों का , उद्भव है हिन्दी !
रस - अलंकार , दोहा - छंद - चौपाई है हिन्दी !
निर्मल - कोमल - निश्छल , पुरवाई है हिन्दी !
गद्य ,पद्य , एकांकी ,कहानी , संस्मरण है हिन्दी !
भाषा सौंदर्य का सर्वश्रेष्ठ , उदाहरण है हिन्दी !
चंद्रबिंदु ,हलन्त ,अनुस्वार , पूर्णविराम है हिन्दी !
मीरा के कृष्ण कन्हैया , शबरी के राम है हिन्दी !
उन्हत्तर ,उन्यासी ,नवासी पर उलझन है हिन्दी !
नमन - अभिनंदन - चंदन , वंदन है हिन्दी !
शब्द , वाक्य ,भाव की सुंदर अनुभूति है हिन्दी !
ख़ुदा की इबादत , इश्वर की स्तुति है हिन्दी !
उपसर्ग - प्रत्यय , संधि - समास है हिन्दी !
दुल्हन के सौंदर्य सा ,शहद सी मिठास है हिन्दी !
महादेवी , अज्ञेय, दिनकर, पंत , निराला है हिन्दी !
मुंशी प्रेमचंद की कफ़न , बच्घन की मधुशाला है हिन्दी !
चाह - मनोरथ - कामना - अभिलाषा है हिन्दी !
राष्ट्र गौरव , राष्ट्र प्रतीक , राष्ट्र भाषा है हिन्दी !
मां सरस्वती का , जिव्हा को वरदान है हिन्दी !
क्षेत्र विशेष नहीं ,वरन पूरा हिन्दुस्तान है हिन्दी !
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