क्या सांप दूध पीते हैं, क्या सांप बदला लेते हैं, क्या वास्तव में दो मुंह के सांप होते हैं ? जानें समाज में फैली अंधविश्वास का सच
लेखक - 'मनितोष सरकार' (संपादक)
'हमसफर मित्र न्यूज'
हमारे समाज में ढेर सारे अंधविश्वास फैले हुए हैं। जब हमारे पूर्वज अज्ञानी तथा कम पढ़ें लिखें होते थे और कहा जाए कि उस जमाने में विज्ञान की कमी थी, धीरे-धीरे वैज्ञानिकों ने नए-नए खुलासा करते हुए हमारे सामने सच लाते गए। खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास का प्रचलन बहुत ज्यादा था। आज भी देखा जा सकता है किसी-किसी गांवों में भी गलत तथा अंधविश्वास का प्रचलन है। पुराने जमाने में टीबी, मोबाइल नहीं था इसलिए बड़े बुजुर्गों ने हमें जो शिक्षाएं देते थे हम उसे सच मानकर भ्रम को मन में बैठा लेते थे। आज के युग में युवाओं ने पढ़ लिखकर उसे नकार कर हकीकत को सामने लाने में सक्षम हो रहा है।
हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष ये पर्व 2 अगस्त, मंगलवार को पड़ा है। धर्म ग्रंथों में भी इस पर्व से जुड़ी कई कथाएं और महत्व के बारे में बताया गया है।
नागपंचमी के दिन नागदेवता की पूजा मुख्य रूप से की जाती है। मान्यता है कि इस दिन नागदेवता की पूजा करने से सर्प भय से मुक्ति मिलती है। हमारे समाज में सांपों से जुड़ी कई मान्यताएं प्रचलित हैं जैसे- क्या इच्छाधारी सांप होते हैं, क्या सांपों के पास मणि होती है, क्या उड़ने वाले सांप भी होते हैं आदि? उज्जैन स्थित सर्प अनुसंधान केंद्र के संचालक और सर्प विशेषज्ञ मुकेश इंगले ने अपनी एक पुस्तक में इसके बारे में विस्तार पूर्वक बताया है। आइए जानते हैं सांपों से जुड़ी मान्यताएं और उसकी सच्चाई…
क्या सांप सचमुच दूध पीते हैं?
सर्प विज्ञानी मुकेश इंगले के अनुसार, सांप पूरी तरह से मांसाहारी जीव है। ये पक्षियों के अंडे और छोटे-छोटे जीव-जंतु का शिकार करता है। सांप द्वारा दूध पीने की मान्यता पूरी तरह से गलत है। नागपंचमी पर कुछ लोग सांपों को दूध पिलाने के नाम पर उनके साथ अत्याचार करते हैं। इस कारण कुछ सांपों की असमय मृत्यु हो जाती है। एक तत्व के मुताबिक दूध सांप के लिए जहर बराबर है इसलिए भूलकर भी सांपों को दूध नहीं पिलाना चाहिए।
क्या सचमुच होते हैं इच्छाधारी सांप?
हमनें फिल्मों में और कहानियों में ये सुनें और देखें हैं। सांपों के इच्छाधारी होने की मान्यता भी हमारे समाज में प्रचलित है। सर्प विज्ञानी मुकेश इंगले इसे भी सिरे से नकारते हैं। उनके अनुसार, इच्छाधारी सांप सिर्फ मनुष्यों का अंधविश्वास और कोरी कल्पना है, इससे ज्यादा और कुछ नहीं है। इस विषय पर अनेक फिल्में बनाई जा चुकी हैं, इसलिए इस मान्यता को बल मिलता रहा है। हालांकि, ये मान्यता पूरी तरह से गलत है। एक सांप मनुष्यों के रूप लेने से उसका पुरी तरह से अंग बदल जाएगा। फिर सांप का रूप धारण करने पर मनुष्य शरीर के सभी अंग लुप्त हो जाता है तो वह अतिरिक्त अंग कहा गया होगा? ये सब जादूगर द्वारा हाथ की सफाई से कर लेते हैं जो सच में नहीं होता है।
क्या सांप के पास मणि होती है?
मणि एक चमकीला धातु हैं और यह खनिज पदार्थ के रूप में जाना जाता है। फिर यह सांप के शरीर में कैसे उत्पन्न होगा? एक मान्यता के अनुसार, जो सांप काफी वृद्ध होते हैं, उनके पास मणि भी होती है। ये मान्यता भी सरासर गलत है। सर्प विज्ञानी मुकेश इंगले ने अपनी पुस्तक में बताया है कि तमिलनाडु के इरुला जनजाति के लोग जो सांप पकड़ने में माहिर होते हैं वे भी मणिधारी सांप के होने से इनकार करते हैं। सांप के शरीर में से मणि पाने के लिए कुछ लालचियों ने सांप का कत्ल कर देते हैं।
क्या बीन की धुन पर नाचते हैं सांप?
हम कई बार देखते हैं कि खेल-तमाशा दिखाने वाले लोग सांप को बीन की धुन पर नचाने का दावा करते हैं, जबकि ऐसा होता नहीं है। सांपों की नजर ऐसी है कि वह सिर्फ हिलती-डुलती वस्तुओं को देखने में अधिक सक्षम हैं, इसलिए सपेरे की बीन को इधर-उधर लहराता देखकर नाग उस पर नजर रखता है और उसके अनुसार ही अपने शरीर को लहराता है। पहली बात तो यह है कि सांप का कान नहीं होता है, वह सुन नहीं सकतें हैं। सांप हमेशा जमीन के कंपन के आधार पर प्रतिक्रिया करते हैं। बीन के धुन कंपन युक्त होते हैं अतः बीन के धुन से जमीन में कंपन होते हैं जिससे सांप अपना प्रतिक्रिया देते हैं और हम सोचते हैं कि सांप बीन के धुन सुनकर नाच रहे हैं।
क्या है दो मुंह वाले सांपों की सच्चाई?
दो मुंह के सांप के बारे में भी आपने सुनें होंगे। किसी खेल तमाशा दिखाने वाले ने आपके आंखों में धूल झोंककर दो मुंह के सांप आपको दिखाते हैं।
एक मान्यता मे ये भी कहा गया है कि दो मुंह वाले सांप भी होते हैं यानी ऐसे सांपों के दोनों सिरों पर मुंह होता है। सर्प विशेषज्ञ मुकेश इंगले के अनुसार, किसी भी सांप के दोनों सिरों पर मुंह नहीं होते हैं। एक खास प्रजाति के सांपों की पूछ नुकीली न होकर मोटी होती है। कुछ लोग ऐसे सांपों की पूंछ पर चमकीले पत्थर लगा देते हैं जो आंखों की तरह दिखाई देते हैं और देखने वाले को यह लगता है कि इस सांप को दोनों सिरों पर दो मुंह हैं। जबकि ऐसा होता नहीं है।
क्या सांप बदला लेते हैं?
सांपों से जुडी एक मान्यता ये भी है कि सांप अपने साथी की हत्या का बदला लेता है। खास कर नाग-नागीन। कई फिल्मों में दिखाया गया नाग के हत्या करने वाले को नागीन ने बदला लेते हैं ये भी सरासर गलत है। सर्प विशेषज्ञ ने अपनी पुस्तक में इस मान्यता का भी खंडन किया है। उनके अनुसार, सांप अल्पबुद्धि वाले जीव हैं। सांपों का मस्तिष्क इतना विकसित नहीं होता है कि ये किसी घटनाक्रम को याद रख सकें। ऐसी स्थिति में साथी का बदला लेने की मान्यता पूरी तरह से गलत है।
क्या सांप किसी को भी सम्मोहित कर सकते हैं?
कुछ फिल्मों में बताया गया है कि सांपों में एक अद्भुत शक्ति होती है, जिसके सहारे वे किसी को भी सम्मोहित कर लेते हैं। इसके बाद वो व्यक्ति पूरी तरह से उसके वश में हो जाता है। यह भी अंधविश्वास और कोरी कल्पना के अलावा कुछ नहीं है। सम्मोहित एक प्रेम है जो किसी भी जीवों में देखा जा सकता है पर ऐसा नहीं है कि यह कला सांपों में हैं।
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