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Saturday, June 25, 2022



 दुनिया का वो गांव, जहां नहीं है एक भी सड़क, कार-बाइक खरीदते नहीं हैं लोग

परियों का गांव देखना है तो ये है सबसे परफेक्ट जगह 

संध्या कुमारी 

'हमसफर मित्र न्यूज' 



दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं, जो अपनी ख़ास चीजों के लिए मशहूर है. कहीं का खाना मशहूर है. तो कहीं कोई फेमस इमारत होती है. लेकिन लोगों की जिंदगी में उस जगह की सड़कों की काफी अहमियत होती है. आखिर हो भी क्यों ना. इन सड़कों से ही तो होकर लोग एक से दूसरे जगह जाते हैं. लेकिन जरा उस जगह के बारे में सोचिये, जहां एक भी सड़क नहीं है. जी हां, हम बात कर रहे हैं दुनिया के एक ऐसे गांव की, जहां एक भी सड़क नहीं है. इस गांव में आने-जाने के लिए सिर्फ पानी का मार्ग है. यही वजह है कि यहां लोग बाइक या कार खरीदने की जगह सिर्फ नाव खरीदते हैं.


दुनिया में किसी भी जगह को दूसरे से जोड़ने में सड़क का काफी इम्पोर्टेन्ट योगदान होता है. सड़कों के जरिये ही लोग एक से दूसरे जगह जाते हैं. ये लोगों को दूसरी जगहों से कनेक्ट करता है. भारत में तो सड़कों का जाल मौजूद है. इसी सड़क से भारत में कई ठेकेदार अरबपति भी बन जाते हैं. भारत की सड़कें तो घोटालों के लिए जानी जाती हैं. लेकिन आज हम आपको दुनिया के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां सड़कें है ही नहीं. इस गांव में सिर्फ पानी के रास्तों से लोग एक से दूसरी जगह जाते हैं. 


नहीं है एक भी सड़क

हम बात कर रहे हैं नीदरलैंड में बसे छोटे से गांव गिथॉर्न की. जी हां, इस गांव को अगर आप देख लेंगे तो ऐसा लगेगा जैसे परियों का गांव यही है. ये गांव इतना खूबसूरत है कि इससे नजर हटाना मुश्किल है. लेकिन इस गांव की सबसे बड़ी खासियत, जिसने इसे दुनियाभर में मशहूर कर दिया है, वो है यहां एक भी सड़क का ना होना. इस गांव में एक भी सड़क नहीं है. इस वजह से इसे नीदरलैंड का वेनिस भी कहा जाता है. चूंकि यहां सड़क है ही नहीं, इस वजह से लोग कोई भी गाड़ी नहीं खरीदते. यहां सिर्फ नाव चलती है. दूर-दूर से लोग इस गांव में घूमने आते हैं और यहां की सुंदरता देख यहीं के होकर रह जाते हैं


प्रदूषण का नहीं है नामों-निशान

जब इस गांव में सड़क है ही नहीं, तो यहां कार या बाइक चलती ही नहीं है. सिर्फ नाव चलते हैं. इस वजह से गांव में प्रदूषण का नामो-निशान नहीं है.यहां लकड़ी के कई पुल हैं, जिसके नीचे से गुजरते नाव मनमोहक नज़ारे दिखाते हैं. गांव में कुल एक सौ अस्सी पुल हैं. साथ ही इस गांव की कुल जनसँख्या करीब तीन हजार है. वैसे तो यहां ज्यादातर मोटर बोट चलती है लेकिन लगभग हर परिवार के पास अपना एक नाव है. सर्दियों में इस जगह में बर्फ जम जाती है. जिस कारण लोग आइस स्केटिंग का मजा लेते हैं.



'न्यूज 18'

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