सुरंग में जाने के बाद आजतक वापस नहीं निकली यात्रियों से भरी ट्रेन, कोई नहीं जान पाया गायब होने का रहस्य - HUMSAFAR MITRA NEWS

Advertisment

Advertisment
Sarkar Online Center

Breaking

Followers


Youtube

Monday, March 21, 2022

 'रहस्य' 

सुरंग में जाने के बाद आजतक वापस नहीं निकली यात्रियों से भरी ट्रेन, कोई नहीं जान पाया गायब होने का रहस्य 

'हमसफर मित्र न्यूज' 


ट्रेन और प्लेटफार्म के रहस्यों से कई कहानी हैं जो लोगों को रोमांचित करती हैं. लेकिन एक कहानी ऐसी है जिस बारे में काफी कम लोग ही जानते हैं. बताया जाता है कि साल 1911 में एक ट्रेन जिसमें 3 बोगियां लगी हुई थी और उसमें 106 यात्री सवार थे, वो एक सुरंग में जाने के बाद अचानक से गायब हो गई थी. बताया जाता है कि साल 1911 में गर्मियों में तीन बागियों वाली एक ट्रेन जिसे "ज़ानेटी" कहा जाता है, वो रोमन स्टेशन से निकली थी और उसे लोम्बार्ड में पहाड़ी सुरंग से गुज़रना था, लेकिन सुरंग में घुसते ही यह यात्रियों के साथ गायब हो गई.


106 यात्रियों में से केवल 2 बचने में सफल हुए. कहा जता है कि वो दुर्घटना के ऐन पहले ट्रेन से कूद गए थे, उन्होंने जो सभी लोगों को ट्रेन के गायब होने की जानकारी दी थी, उसने सभी को हैरान कर दिया था. हालांकि, दुर्घटना के बाद दो बचाए गए यात्रियों काफी तनाव में चले गए थे, लेकिन बाद में वो सही हुए. जो दो लोग इस हादसे में बच पाए थे, उन्होंने बताया था कि जैसे ही ट्रेन सुरंग में घुसी, अचानक ट्रेन में सवार यात्रियों में भय का माहौल दिखा, लोगों के चेहरे पर घबराहट साफ देखी जा रही थी, पूरी ट्रेन में सफेद धुंध घुसने लगा था, इन्होंने बताया कि यह धुंआ सुरंग में घुसने के समय ही दिख रहा था.


इस घटना के बाद उस सुरंग का कई बार निरीक्षण किया गया. वहाँ कोई ट्रेन, यात्री और दीवारों पर कालिख के निशान भी नहीं थे. रेलवे संग्रहालय में अभी भी 3 बोगियों के साथ इस ट्रेन का एक मॉडल रखा हुआ है. हालांकि, यह मामला कभी सामने नहीं आता अगर 1926 में 1845 का मेक्सिको का एक रिकॉर्ड सामने नहीं आता.


दरअसल, इस रिकॉर्ड के अनुसार दावा किया गया था कि 104 इटालियंस कहा से मेक्सिको आए यह किसी को नहीं पता था और यह लोग अपने बारे में बता भी नहीं पा रह थे. यह लोग पागल हो गए थे. हालांकि, यह बताने में सफल हो रहे थे कि वो रोमन से एक ट्रेन के जरिए यहां पहुंचे हैं.


दस्तावेजों के अनुसार, उन्होंने जिस तरह के कपड़े पहने थे और उनके पास जो सामान था वो उस दौरान के नहीं थे. इतना ही नहीं इसमें से एक व्यक्ति के पास सिगरेट की एक डिब्बी था जिस पर साल 1907 लिखा हुआ था और वो आज भी मेक्सिको में सहेजकर रखी हुई है. दावा किया जाता है कि ट्रेन ने टाइम ट्रैवल किया था और वो समय में पीछे चली गई थी.

No comments:

Post a Comment