बिल्हा रेलवे स्टेशन में नवनिर्मित रेलवे आवास के उद्घाटन में पहुंचे जीएम, स्थानीय नेता एवं नागरिक पुराने मांग को लेकर हुए शामिल
अब अधिकारी और मंत्री को पावर वाले चश्मा और शक्तिशाली दूरबीन की आवश्यकता है
लेखक - 'मनितोष सरकार' (संपादक), बिल्हा
'हमसफर मित्र न्यूज'
बिल्हा। 11 फरवरी 2022 शुक्रवार । बिल्हा रेलवे स्टेशन में आज सुबह नवनिर्मित रेलवे आवास के उद्घाटन समारोह में जीएम उपस्थित हुए और स्टेशन परिसर में बने नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री धरमलाल कौशिक, भूपेंद्र सवन्नी, जोगेन्द्र सिंह सलुजा, नानक रेलवानी, राहुल तिवारी सहीत क्षेत्र के आम नागरिक उपस्थित रहे। इन सभी ने पूर्व में स्वचलित रेलगाड़ी की दुबारा शुरू करने की मांग की है।
ज्ञात हो कि कोरोना महामारी के चलते विगत दो वर्षों से बिल्हा स्टेशन पर पूर्व की तरह रेलगाड़ी का ठहराव नहीं हो रहा है, जिसके चलते स्थानीय नागरिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। स्थानीय नेता एवं नागरिकों ने जीएम से इस बारे में अहम चर्चा की, जिसमें जीएम ने असंतुष्ट जनक बातें करते हुए कहा कि इसके बारे में ऊपर जानकारी दी जाएगी। ऊपर से आदेश आते ही पूर्व की तरह रेलगाड़ी का ठहराव यथावत ठहरने लगेगी।
बिल्हा विधायक श्री धरमलाल कौशिक ने अंडरब्रिज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अंडरब्रिज के लिए केंद्र सरकार से सभी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है जो कि राज्य सरकार के अवहेलना के कारण आजतक पुरा नहीं हो पा रहा है। इसके लिए हमें रायपुर चलकर मुख्यमंत्री से भेंट कर इसके बारे अवगत करना होगा और यथाशीघ्र अंडरब्रिज का निर्माण करवाया जाएगा। नगर पंचायत के उपाध्यक्ष श्री नानक रेलवानी एवं छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष राहुल तिवारी ने इसके लिए आंदोलन करने की चेतावनी दी। नगर के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सवन्नी एवं जोगेन्द्र सिंह सलुजा ने रेलवे स्टेशन के ओवरब्रिज के बारे में जीएम को अवगत कराया कि वर्तमान स्टेशन पर एक ओवरब्रिज जो एक किनारे में बनवाया गया है, दुसरे किनारे पर ओवरब्रिज नहीं होने के कारण लोगों को काफी दूर तक पैदल चलना पड़ता है जिससे ट्रेन फेल होने की नौबत आ जाती है। अतः स्टेशन के दोनों तरफ ओवरब्रिज होना चाहिए।
मालूम हो कि बिल्हा रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन काफी संख्या में यात्रियों का आवागमन होता है। अनुमान है कि प्रतिदिन स्टेशन का आवक लगभग 50 हजार रुपये है। फिर भी रेलवे ने बिल्हा के साथ छल कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ ही नहीं पुरे देश में कोरोना की रफ्तार सुस्त पड़ चुकें है फिर भी रेलवे ने अपना नियम नहीं बदला बल्कि कम ट्रेन चलाकर यात्रियों से मनमानी रकम वसूली कर रहे हैं। मानना है कि जबतक जनता बड़ी आंदोलन की रुख़ नहीं करेगी तबतक निरिह नागरिकों को सुविधा प्रदान नहीं करेगी रेलवे।
श्री रेलवानी ने तीन महीने के लिए पूर्ववत रेलगाड़ी परिचालन की अनुग्रह किया। अगर बिल्हा रेलवे स्टेशन से रेलवे को नुकसान पहुंचा तो वर्तमान की तरह रेलगाड़ी को बंद करने की बात की। किसी रेलवे अधिकारी ने बताया कि बिल्हा रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 793 रुपये की आवक हो रहा है इसलिए परिचालन शुरू नहीं किया गया है। वह अधिकारी कोरोना महामारी जब चरम सीमा पर थे और चारों ओर लॉकडाउन की स्थिति बनी थी उस समय की बात कर रहे हैं। जबकि अब स्थिति सामान्य हो चुकी है फिर भी रेलवे ने अनदेखी कर रही है। पिछले दो वर्षों में जीएम का बिल्हा आगमन कई बार हो चुका है। फिर भी बिना चश्मे में उन्हें यहां की समस्या दिख नहीं रहा है। अब उन्हें पावर वाले चश्मे की जरूरत है। वर्तमान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जो छत्तीसगढ़ से काफी दूर राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं जो दिल्ली में बैठकर देश के दूरवर्ती रेलवे स्टेशन को दिखाई नहीं पर रहा है उन्हें भी जनता के तरफ से एक शक्तिशाली दूरबीन भेंट करने की आवश्यकता है।
केंद्र सरकार ने रेलवे के विस्तार के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं जिसमें एक है 'बंदे भारत' रेल। कंपनी को 200 ट्रेन की आर्डर दे चुके हैं। बुलेट ट्रेन का भी विस्तार करने में जुटे हुए हैं। वर्तमान जो ट्रेनें बंद पड़ी है उस पर उन्हें ध्यान नहीं है जो कबाड़ बनने की ओर है। जो भी हो कुल मिलाकर रेलवे ने जनताओं को त्रस्त करके रखें हैं।
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