चिटफंड कंपनियों से ठगी के 5500 से ज्यादा शिकार लोग,रकम वापसी के लिए 20अगस्त तक कर सकते हैं आवेदन
पं. गणेशदत्त राजू तिवारी की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'
छत्तीसगढ़ सराकर ने चिटफट कंपनियों में निवेश करने वालों की कलेक्टोरेट में भीड़ उमड़ रही है। तीन दिन में 5500 से अधिक लोग आवेदन जमा कर चुके हैं।
भिलाई. छत्तीसगढ़ सराकर ने चिटफट कंपनियों में निवेश करने वालों की कलेक्टोरेट में भीड़ उमड़ रही है। तीन दिन में 5500 से अधिक लोग आवेदन जमा कर चुके हैं। लोगों की भीड़ देख सरकार ने आवेदन जमा करने की तिथि को बढ़ा कर 20 अगस्त कर दिया है। गौरतलब है कि सरकार ने चिटफंड कंपनियों पर नकेल कसने लगी है। बड़ी संख्या में निवेशक अब सामने आ रहे हैं। निवेशकों के आ रहे आवेदन फार्म से जिला प्रशासन के अधिकारियों का अनुमान है कि निवेशकों की 100 करोड़ से अधिक राशि डूबी है।
गृह मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन ने एक नेक पहल करते हुए जिलों के कलेक्टर और एसपी को आदेशित किया कि 2 से 6 अगस्त के बीच जागरुकता अभियान चलाएं और एक विशेष प्रारुप मेे निवेशकों से यह जानकारी ले कि आखिर उन्होंने किन-किन चिटफंड कंपनियों में कितनी-कितनी धन राशि जमा किया है। निवेशकों की भीड़ को देखते हुए तिथि को 6 से 10 अगस्त किया गया था। गृह मंत्रालय ने तीसरी बार तिथि को 20 अगस्त तक बढ़ा दिया है। दुर्ग जिले 40 चिटफंड कंपनियों ने अपना जाल फैलाया था। लोगों ने इन कंपनियों में 100 करोड़ से भी अधिक का निवेश किया है। वास्तविक आंकड़ा निवेशकों द्वारा भरे गए आवेदन की स्कूटनिंग के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
40 चिटफंड कंपनियों को यहां फैलाया था कारोबार
पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक दुर्ग जिसमें 40 कंपनियों ने कारोबार खोला। भोले भाले लोगों को दोगुने राशि का प्रलोभन देकर उनसे निवेश कराया। झांसे में आकर करीब 3 हजार 500 निवेशकों ने 40 अलग-अलग कंपनियों में करोड़ों की राशि इनवेस्ट कर दिया। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि दो दिन में 5 हजार 500 निवेशक फार्म जमा कर चुके है। इस तरह अब ठगी की रकम 100 करोड़ के पार हो गई है। ब्लाक स्तर पर फार्म भरो जा रहे है। बोरी और अहिवारा में काउंटर खोले गए है। प्रभारी वरिष्ठ कोषाधिकारी अधिकारी दुर्ग राघवेन्द्र कुमार ने बताया कि दो दिन में 5 हजार 500 निवेशकों के फार्म आ चुके है। गृह मंत्रालय ने तिथि बढ़ाकर 20 अगस्त कर दिया है। बोरी और अहिवारा में फार्म जमा कराने अलग से काउंटर खोला जा रहा है।
No comments:
Post a Comment