बेहद शुभ योग में मंगलवार को मनाया जाएगा हनुमान जन्मोत्सव - HUMSAFAR MITRA NEWS

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Monday, April 26, 2021

 हनुमान जंयती स्पेशल

 जय श्री राम जी,

बेहद शुभ योग में इस बार हनुमान जयंती, चोला चढ़ाने में 

'हमसफर मित्र न्यूज' 

प्रत्‍येक वर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जयंती पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 27 अप्रैल मंगलवार को है। इस बार हनुमान जयंती मंगलवार को होने से यह योग धार्मिक दृष्टि से बेहद खास माना जा रहा है। इसके अलावा भी इस दिन कई शुभ योग हैं। इस दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाने की परंपरा चला आ रही है और उन्‍हें पारंपरिक व्‍यंजनों के साथ ही बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाया जाता है। आज हम आपको बता रहे हैं वे खास बातें जो चोला चढ़ाते वक्‍त हम सबको ध्‍यान रखनी चाहिए।


ऐसे चढ़ाएं हनुमानजी को चोला

हनुमान जयंती इस बार मंगलवार को है। इस शुभ योग में चोला चढ़ाने से आपको विशेष लाभ की प्राप्ति हो सकती है। हनुमानजी को चोला चढ़ाने से पहले स्वयं स्नान कर शुद्ध हो जाएं और साफ वस्त्र धारण करें। सिर्फ लाल रंग की धोती पहने तो और भी अच्छा रहेगा। चोला चढ़ाने के लिए चमेली के तेल का उपयोग करें। साथ ही, चोला चढ़ाते समय एक दीपक हनुमानजी के सामने जलाकर रख दें। दीपक में भी चमेली के तेल का ही उपयोग करें।

चोला चढ़ाने के बाद हनुमानजी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र हनुमानजी की मूर्ति के दोनों कंधों पर थोड़ा-थोड़ा छिटक दें। अब एक साबुत पान का पत्ता लें और इसके ऊपर थोड़ा गुड़ और चना रखकर हनुमानजी को भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद उसी स्थान पर थोड़ी देर बैठकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करें। कम से कम 5 माला जप अवश्य करें।

मंत्र- राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।

सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।

अब हनुमानजी को चढ़ाए गए गुलाब के फूल की माला से एक फूल तोड़कर, उसे एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रख लें। इससे धन संबंधी समस्या हल होने के योग बनने लगेंगे और भविष्‍य में धन की कमी होने की वजह से आपका कोई काम नहीं रुकेगा। हनुमान जयंती पर राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। इसके बाद हनुमानजी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। जीवन में यदि कोई समस्या है, तो उसका निवारण करने के लिए प्रार्थना करें।

हनुमान जयंती के अगले दिन बुधवार को सुबह स्नान करने के बाद बरगद के पेड़ का एक पत्ता तोड़ें और इसे साफ स्वच्छ पानी से धो लें। अब इस पत्ते को कुछ देर हनुमानजी की प्रतिमा के सामने रखें और इसके बाद इस पर केसर से श्रीराम लिखें। अब इस पत्ते को अपने पर्स में रख लें। साल भर आपका पर्स पैसों से भरा रहेगा। अगली होली पर इस पत्ते को किसी नदी में प्रवाहित कर दें और इसी प्रकार से एक और पत्ता अभिमंत्रित कर अपने पर्स में रख लें।

अपने घर में पारद से निर्मित हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित करें। पारद को रसराज कहा जाता है। पारद से बनी हनुमान प्रतिमा की पूजा करने से बिगड़े काम भी बन जाते हैं। पारद से निर्मित हनुमान प्रतिमा को घर में रखने से सभी प्रकार के वास्तु दोष स्वत: ही दूर हो जाते हैं, साथ ही घर का वातावरण भी शुद्ध होता है। प्रतिदिन इसकी पूजा करने से किसी भी प्रकार के तंत्र का असर घर में नहीं होता और न ही साधक पर किसी तंत्र क्रिया का प्रभाव पड़ता है। यदि किसी को पितृदोष हो, तो उसे प्रतिदिन पारद हनुमान प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए। इससे पितृदोष समाप्त हो जाता है।

हनुमान जयंती की शाम को समीप स्थित किसी हनुमान मंदिर में जाएं और हनुमानजी की प्रतिमा के सामने एक सरसों के तेल का व एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इसके बाद वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमानजी की कृपा पाने का ये एक अचूक उपाय है। कोरोनाकाल में मंदिर नहीं जा सकते तो शाम को घर पर ही हनुमानजी की तस्‍वीर के सामने बैठकर पाठ कर सकते हैं।


पंडित गणेशदत्त राजू तिवारी जिलाध्यक्ष 
विश्व ब्राह्मण महापरिषद बिलासपुर छ.ग.।
9098571220 /9977701806

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