शकुंतला साहू संसदीय सचिव ने लगाया कोरोना टीका, 35 की उम्र में 45 प्लस का टीका लगवाने से मचा राजनितिक बवाल
बलौदाबाजार से डी पी रात्रे की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'।
45 साल से कम उम्र के होने के बावजूद संसदीय सचिव और कसडोल विधायक शकुंतला साहू ने शुक्रवार को कोरोनोवायरस टीकाकरण का अपना पहला डोज लगवा लिया जिसके चलते बवाल मच गया। बता दें कि केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार देश में कोविड -19 के खिलाफ 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
शंकुतला साहू विधायक व संसदीय सचिव ने अपने फेसबुक हैंडल पर कोरोनोवायरस वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त करने की तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा “आज मेरी पहली वैक्सीन खुराक है! धन्यवाद टीम covishield! मैं उन सभी वैज्ञानिक अनुसंधानों के लिए आभारी हूं, जिन्होंने इन जीवन रक्षक टीकों के निर्माण और उत्पादन को इतनी जल्दी संभव बनाया ।वहीं जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
इस बीच अकलतरा के विधायक और भाजपा नेता सौरभ सिंह ने आरोप लगाया कि साहू ने कोविड टीकाकरण नियमों का उल्लंघन किया है और यह धोखाधड़ी का मामला है। बता दें कि साहू ने 35 साल की उम्र में कोविड -19 का टीकाकरण करवाया है। सिंह ने कसडोल के विधायक और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।सौरभ सिंह ने कहा कि संसदीय सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे शकुंतला साहू के कृत्य की निंदा की।
गौरतलब है कि विधायक शकुंतला साहू फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वो अपनी फोटो की वजह से ट्रोल हो रही हैं। बताया जा रहा है किसंसदीय सचिव और कसडोल विधायक 35 साल की हैं लेकिन 45 प्लस में लगने वाले कोरोना वैक्सीन को उन्होंने लगवा लिया है। इसके साथ ही वैक्सीन लगवाते हुए तस्वीरे सोशल मीडिया पर शेयर भी किया था फिर पोस्ट से विवाद खड़ा हो गया। मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है।
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