मुख्यमंत्री हुए पक्षी महोत्सव में शामिल - HUMSAFAR MITRA NEWS

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Wednesday, February 3, 2021

 

मुख्यमंत्री हुए पक्षी महोत्सव में शामिल 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश  बघेल  गिधवा- परसदा पक्षी विहार महोत्सव  में हुए शामिल 


मुख्यमंत्री ने  विविध प्रजातियों के पक्षियों  के विहंगम दृश्यों को कैमरे  में किया कैद


गिधवा-परसदा पक्षी विहार को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र में शामिल करने  किया जाएगा प्रयास


जैव विविधता के विकास और पारिस्थितिक तंत्र के संतुलन के लिए हर संभव मदद 


क्षेत्र का होगा समुचित विकास 

नवागढ़ से 'दुजेय साहू' की रिपोर्ट 

'हमसफर मित्र न्यूज'। 



बेमेतरा, 02 फरवरी 2020/ मनुष्य ही नही , पशु -पक्षियों का भी संरक्षण और संवर्धन करने राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।  गिधवा- परसदा  पक्षी-विहार को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र में शामिल करने के लिए सरकार की ओर से आवश्यक कदम उठाया जाएगा । साध ही गिधवा -परसदा पक्षी विहार को पर्यटन के हिसाब से क्षेत्र का समुचित विकास किया जाएगा।  श्री बघेल  पक्षी विहार में ग्रामीणों से संक्षिप्त  मुलाकात में  हर संभव विकास का भरोसा दिलाया । मुख्यमंत्री ने पक्षी विहार  भ्रमण के दौरान  विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के फोटो क्लीक किये। 

उल्लेखनीय है कि दुर्ग वनमंडल के अंतर्गत बेमेतरा जिले के गिधवा-परसदा, नगधा, एरमशाही जलीय नमी क्षेत्रा अवस्थित हैं। जलीय स्थल जैव विविधता की बहुलता के साथ-साथ पारिस्थितिकीय व स्वस्थ्य पर्यावरण के लिये उपयुक्त माना जाता है। गिधवा-परसदा स्थल मुख्यतः जलीय नमी युक्त क्षेत्रा है। इसका भौगोलिक विस्तार लगभग 06 कि.मी./180 हे. क्षेत्रा में है। यह गिधवा परसदा में मुख्य 02 बड़े तथा 02 मध्यम आकार के जलाशय हैं, नजदीकी ग्राम एरमशाही में 05 जलाशय भी स्थित हैं।

गिधवा-परसदा जलीय तंत्र में भरपूर जलीय खाद्य वनस्पति व जीव होने के कारण यहां पक्षियों के लिए रहवास उपयुक्तदेखा गया है।  अध्ययनों से अवलोकन द्वारा पक्षियों की कुल 143 प्रजातियां जिसमें कुल 26 स्थानीय प्रवासी प्रजातियॉं, 11 विदेशी प्रवासी प्रजातियॉं तथा 106 स्थानीय आवासीय प्रजातियॉं पक्षी पायी गयी है।

राज्य सरकार  छत्तीसगढ़  जंहा  44 प्रतिशत वन आच्छादित राज्य होने के साथ-साथ जैव विविधता एवं वनस्पति में भी अग्रणी राज्य है। गिधवा-परसदा स्थल पूर्णतः पक्षी आधरित जैव विविधता उपयुक्त स्थलहैं। यहॉं विश्व के विभिन्न प्रवासी पक्षियों का आवागमन होता हैं।

विशेषकर ये पक्षी साल के माह नवम्बर से मार्च (05 माह) में यहॉं रहवास करते है। जिस कारण यहॉं पक्षियों की प्रचुरता से क्षेत्रा का विशेष महत्व हो रहा है। गिधवा-परसदा के जलाशयों में पक्षियों के संरक्षण एवं ग्रामीणों को ईको-पर्यटन से जोड़कर रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ विश्व स्तरीय पक्षी पर्यटन स्थल का स्थान दिलाने के लिए यहॉं इस वर्ष पक्षी महोत्सव 2021 का आयोजन  31 जनवरी से 02 फरवरी 2021 तक आयोजियत था। 

वन विभाग के अधिकारियो ने बताया कि जलाशयों का संयुक्त रूप से पक्षी रहवास स्थल होने से स्थानीय एवं प्रवासी पक्षी वर्षभर इन सुरक्षित स्थलों की ओर आकर्षित होंगे।

इस कार्य से पक्षियों के संरक्षण के साथ-साथ जैव विविधता संरक्षण तथा स्थानीय लोगों को ईको-पर्यटन के माध्यम से होम/विलेज स्टे से रोजगार उपलब्ध होगा।

पक्षी महोत्सव कार्यक्रम से स्थानीय स्तर में जैव-विविधता में वृद्धि के लिये स्थानीय ग्रामीण अपने स्तर से प्रयास करेंगे।प्रवासी एवं स्थानीय पक्षियों को पर्यटन से जोड़कर स्थानीय ग्रामीण युवाओं को भविष्य में रोजगार उपलब्ध होगा। स्थानीय ग्रामीणों को जैव एवं पक्षी विविधता की विस्तृत जानकारी प्राप्ति एवं पक्षी संरक्षण के प्रति  जागरूक होंगे। इस अवसर पर वन एवं  परिवहन मंत्री श्री मोहमद अकबर, संसदीय सचिव गुरुदयाल बंजारे, विधायक  आशीष छाबड़ा  प्रधान मुख्य वन संरक्षक  राकेश चतुर्वेदी, कलेक्टर बेमेतरा  शिव अनन्त तायल  मुख्य वन संरक्षक शालिनी  रैना  डी  एफ  ओ  धम्मशील  गनवीर  एस  पी  दिव्यांग पटेल सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।

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