गणतंत्र दिवस पर दोहे : कवि - डीजेन्द्र कुर्रे 'कोहिनूर' - HUMSAFAR MITRA NEWS

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Tuesday, January 26, 2021

 

गणतंत्र दिवस पर दोहे

'हमसफर मित्र न्यूज'। 

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प्रेम  दया  सद्भाव ही , है  भारत  का  मंत्र।

नित्य सिखाता है हमें , यह अपना गणतंत्र।।


राष्ट्र प्रेम  सब  में  रहे , कर्म  रहे  शुभ  नेक।

अलग भले परिवेश है,फिर भी हम है एक।।


देशभक्ति  की  भावना , जागृत  हो  मनबाग।

द्वेष कपट को त्याग कर,नित्य बढ़े अनुराग।।


पुण्य  तिरंगा  उड़  रहा , लहर-लहर  आकाश।

जन-जन के मनभाव में,भरकर पुण्य प्रकाश।।


समरसता  हो  देश  में , प्रेमिल  हो  व्यवहार।

पुण्य पर्व गणतंत्र का , बस  यह ही आधार।।


अमर रहे निज स्वतंत्रता,पनपे नित सुखसार।

विजय रहे हर क्षण सखा , दूर रहे सब  हार।।


कोहिनूर मन से करो , उनको  नित्य  प्रणाम।

सीमा पर जो वीर है , रक्षक  बन  निष्काम।।

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 स्वरचित©®
डिजेन्द्र कुर्रे"कोहिनूर"
छत्तीसगढ़(भारत)






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