गणतंत्र दिवस पर दोहे
'हमसफर मित्र न्यूज'।
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प्रेम दया सद्भाव ही , है भारत का मंत्र।
नित्य सिखाता है हमें , यह अपना गणतंत्र।।
राष्ट्र प्रेम सब में रहे , कर्म रहे शुभ नेक।
अलग भले परिवेश है,फिर भी हम है एक।।
देशभक्ति की भावना , जागृत हो मनबाग।
द्वेष कपट को त्याग कर,नित्य बढ़े अनुराग।।
पुण्य तिरंगा उड़ रहा , लहर-लहर आकाश।
जन-जन के मनभाव में,भरकर पुण्य प्रकाश।।
समरसता हो देश में , प्रेमिल हो व्यवहार।
पुण्य पर्व गणतंत्र का , बस यह ही आधार।।
अमर रहे निज स्वतंत्रता,पनपे नित सुखसार।
विजय रहे हर क्षण सखा , दूर रहे सब हार।।
कोहिनूर मन से करो , उनको नित्य प्रणाम।
सीमा पर जो वीर है , रक्षक बन निष्काम।।
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