सूर्य ग्रहण में क्या करें क्या ना करें
मल्हार से पं. गणेशदत्त राजू तिवारी महाराज।
'हमसफर मित्र'।
भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण का आरंभ 21 जून की सुबह 10 बजकर 42 मिनट पर हो जाएगा। इस ग्रहण का सूतक 20 जून की रात 10 बजे से आरंभ होगा। ग्रहण का मध्य दोपहर को 12 बजकर 24 मिनट पर होगा। इसका मोक्ष दोपहर 2 बजकर 7 मिनट पर होगा। इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 25 मिनट की रहेगी। यह खगोलीय घटना अधिकांश भू-मंडल पर देखी जा सकेगी।अंधेरा छा सकता है
सूर्यग्रहण अमावस्या के दिन ही होता है। इस बार के सूर्यग्रहण में अंधेरा छा जाने की संभावना अधिक रहेगी। इससे पहले 21 अक्टूबर 1985 को जो सूर्यग्रहण हुआ था उसमें दिन को भी रात जैसे अनुभव होने लगा था। ठीक वैसे ही इस बार के सूर्यग्रहण में होने की आशंका है।
नंगे आंखों में न देखे
सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य के ढकने का अथवा खुलने का दृश्य को नंगे आंखों से नही देखना चाहिए। इससे आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है और अंधत्व का शिकार हो सकते हैं।
इस दौरान भोजन न करें
सूर्यग्रहण के दौरान खाने पीने में परहेज रखना चाहिए। इस समय खाने पीने के वस्तु दूषित होता है जिससे रोग व्याधि की संभावना रहती है। ग्रहण के पूर्व के भोजन को भी ग्रहण के बाद नही करना चाहिए।
काले चश्मे अथवा एक्स-रे का प्रयोग करें
अगर सूर्यग्रहण देखने का मन करें तो सुरक्षित तरीके से देखें। सूर्यग्रहण देखने के लिए गहरा रंग के काले चश्मे अथवा एक्स-रे का प्रयोग कर सकते हैं।
पूजा पाठ न करें
सूर्यग्रहण के दौरान पूजा पाठ में कोई फल नही मिलता है, बल्कि निष्फल प्राप्त होता है इसलिए इस समय मंदिर का द्वार बंद रखें। ग्रहण के दौरान का किरण देवता पर पड़ने से दूषित हो जाता है। ग्रहण समाप्ति के बाद मंदिर के भीतर गंगा जल से पवित्र कर लेना चाहिए।
गर्भवती रहे सावधान
सूर्यग्रहण के दौरान सबसे ज्यादा सावधानी गर्भवती महिलाओं को बरतनी चाहिए। क्योंकि गर्भस्थ शिशु पर ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस दौरान गर्भवती महिलाएं फल आदि कटने से बचें।
स्नान कर ले
ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान कर लेना चाहिए। इससे शरीर में मौजूदा कीटाणु नष्ट होकर स्वास्थ्य लाभ कर सकेंगे।
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