छत्तीसगढ़ में "रक्तदान सेवा समिति" की महत्वपूर्ण भूमिका, जो 80 हजार रक्तदान शिविर का आयोजन किया है
'राज बारिक' की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'
छत्तीसगढ़ राज्य में एक समर्पित संगठन "रक्तदान सेवा समिति" ने अपने संघर्षों और सेवानिवृत्ति से एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। इस समिति का उद्देश्य रक्तदान और जागरूकता के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।
**संस्था का परिचय:**
"रक्तदान सेवा समिति" का गठन सन् 2013 में हुआ था, और उसके संस्थापकों में मुस्तफीज आलम और पुरूषोत्तम प्रधान शामिल हैं। यह संस्था रक्तदान के माध्यम से जीवनों को बचाने के साथ-साथ समाज को जागरूक करने का कार्य भी करती है।
**संघर्ष से सफलता की ओर:**
"रक्तदान सेवा समिति" ने अपने संघर्षों के बावजूद एक सालाना रक्तदान के संख्या को बेहद श्रेष्ठ तरीके से पहुँचाया है। आज तक इस समिति ने छत्तीसगढ़ में 80 हजार रक्तदान का आयोजन किया है, जिससे अनगिनत जीवनों को दूसरा मौका मिला है।
**विशेष योगदानकर्ता:**
संस्था के वरिष्ठ संचालकों में पवन सिदार, उत्तम कठार, भोजराज बारिक, और पदमन पटेल शामिल हैं, जिनका योगदान संगठा की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
**संदेश:**
आज के दौर में "रक्तदान सेवा समिति" एक मिशन के रूप में समाज में सशक्ति और सकारात्मकता की ओर बढ़ रही है। यह संस्था न सिर्फ जीवनों को बचाने के लिए काम कर रही है, बल्कि समाज के अच्छे भविष्य की दिशा में एक प्रयास भी कर रही है। इसके सदस्यों का संकल्प है कि वे जागरूकता फैलाने के साथ-साथ रक्तदान के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएंगे।
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