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Monday, December 13, 2021

 

काम दिलाने के नाम पर पंजाब के नाबालिग लड़की को 1 लाख में राजस्थान में बेचा, खरीदार ने करता रहा रेप 

'हमसफर मित्र न्यूज' 

'मनोज कुमार शर्मा' की रिपोर्ट 


चूरू। राजस्थान के चूरू जिले में मानव तस्करी का एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां रक्षक कही जाने वाली खाकी भी सवालों के घेरे में आ गयी है. पंजाब की एक नाबालिग बालिका को एक महिला मूंगफली बिनाई का काम दिलाने का झांसा देकर चूरू जिले में लायी और उसे सरदारशहर उपखंड के एक गांव में तिगुनी उम्र के अधेड़ को 1 लाख 13 हजार रूपये में बेच दिया. खरीददार ने बालिका को बंधक बनाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. बालिका किसी तरह बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ पुलिस थाने भी पहुंची. पीड़िता का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसकी मदद करने की बजाय आरोपी खरीददार से मिलीभगत कर उसे फिर से खरीददार को ही सौंप दिया.


शिकायत के मुताबिक पुलिस द्वारा नाबालिग को फिर से खरीदार को सौंपे जाने के बाद ने फिर बालिका से रेप किया. चाइल्ड हेल्प लाइन को मामले की जानकारी मिलने के बाद हरकत में आयी चूरू पुलिस ने बालिका को दस्तयाब किया और बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया. बाल कल्याण समिति ने बालिका के बयान दर्ज किये हैं. बाल कल्याण समिति पहुंची 17 वर्षीय नाबालिग बालिका ने बताया कि एक जानकार महिला ने उसे मूंगफली बिनाई का काम दिलाने की बात कही.


रोजगार के बहाने तस्करी

महिला ने लड़की को काम के बदले प्रतिदिन 300 रुपए दिलाने का झांसा दिया. महिला जानकार होने के चलते पीड़िता उसकी बातों में आकर साथ चलने को तैयार हो गई. पीड़िता ने बताया कि महिला जिसे वो आंटी कहकर बुलाती है. 7 दिसम्बर को सरदारशहर उपखंड के एक गांव में लेकर पहुंची. यहां पर उसे एक 46 वर्षीय व्यक्ति इन्द्राजनाथ को एक लाख 35 हजार रुपए में बेच दिया. पीड़िता ने बताया कि अधेड़ ने उसके साथ बंधक बनाकर दुष्कर्म किया. नाबालिग ने बताया कि अगले दिन किसी तरह वह इंद्राजनाथ के चुंगल से बचकर भाग निकली. बाद में एक खेत पर पहुंची, जहां लोगों ने उसे पास में श्रीडूंगरगढ़ थाना होने की जानकारी दी.


पुलिस ने नहीं की मदद

शिकायत के मुताबिक श्रीडूंगरगढ़ थाने पहुंचकर उसने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को पूरी कहानी सुनाई. इस पर पुलिस ने आरोपी इंद्राजनाथ को बुलाया. पीड़िता का पुलिस पर गंभीर आरोप है कि आरोपी से 20 हजार रूपये लेकर उसे वापस अधेड़ को सौंप दिया गया. पीड़िता ने बताया कि थाने में उसे धमकाया व कुछ कागजों पर उससे हस्ताक्षर करवा लिए गये. केवल पंजाबी समझ में आने के कारण उसे यह समझ नहीं आया था कि उसपर क्या लिखा हुआ है. आरोपी खरीदार उसे वापस अपने गांव ले आया और रात को जबरन दुष्कर्म किया.

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