सरपंच रोजगार सहायक ने मिलकर किया मनरेगा में बड़ा घोटाला।
'हमसफर मित्र न्यूज'
बेलतरा – बिल्हा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरा डगनिया में मनरेगा में गड़बड़ी को लेकर लिखित शिकायत ग्राम पंचायत के उपसरपंच व ग्रामीणों द्वारा किया गया था, जिसमे जनपद स्तर से जांच के लिए टीम गठित किया गया है जिसमे कुछ दिन पूर्व एक टीम ग्राम पंचायत पहुँची और जिनका मस्टररोल में नाम गड़बड़ी था उनको पंचायत भवन बुलाया गया था किंतु कोई कोई उपस्थित नही हो पाने के कारण जाँच पूरा नही हो पाया था।
कल मंगलवार को पुनः बिल्हा जनपद पंचायत से जाँच टीम जाँच करने पहुँची थी, मिली जानकारी के अनुसार कुछ लोगो का बयान हुआ है और जाँच करने आये अधिकारी द्वारा बयान कर चले गये।
क्या है पूरा मामला..
सूत्रों के अनुसार ग्राम पंचायत खैरा डगनिया के उपसरपंच व ग्रामीणों ने मिलकर पंचायत के रोजगार सहायक मनोज सोनी व सरपँच पर मस्टररोल में गड़बड़ी कर नाम भरने व पैसे निकलने का आरोप लगाया है, आपको बता दे कि 15 से 20 लोग जो कि कभी मनरेगा में काम करने नही गए है लेकिन मनरेगा में उनका रोजी भरकर उनके खाते में पैसा आहरण हुआ है और रोजगार सहायक द्वारा उनका कमीशन देकर पूरा पैसा सरपंच के साथ मिलकर रख लिया गया गया है, यहाँ तक कि मनरेगा के अंर्तगत जो काम हुआ है उसमें भी गड़बड़ी होने की बात कही गई है।
एक ग्रामीण ने नाम न बताने के शर्त में मीडिया को बताया कि मेरे खाते में पैसा आया और रोजगार सहायक द्वारा पैसा लेकर चला गया है, जबकि मैं एक या दो बार बस काम पर गया हूँ लेकिन मेरे खाते में जितना पैसा आना चाहिए उससे ज्यादा आया और पूरा पैसा निकाल कर मैं रोजगार सहायक को दे दिया हूँ।
सरपंच की क्या भूमिका..
ग्राम पंचायत खैरा डगनिया सरपंच पति का कहना है कि मुझे इसकी कोई जानकारी नही मुझे रोजगार सहायक द्वारा मस्टररोल में हस्ताक्षर के लिए दिया तो मैं हस्ताक्षर कर दिया, अब यहां पर सवाल यह उठता है कि क्या इतना बड़ा घोटाला होने की जानकारी सरपंच को नही थी, जब सरपंच द्वारा मस्टररोल में हस्ताक्षर किया तो क्या वह उसे देखा तक नही की किसका नाम है और किसका नही है, क्या वे लोग रोजगार गारंटी के तहत काम करने गये है कि नही, क्या सरपंच द्वारा कभी भी रोजगार का कार्य जहां पर चलता था वहाँ जाकर नही देखा कि कौन कार्य कर रहा है और कौन नही, क्या सरपंच की कोई जवदारी नही होती है कि रोजगार सहायक द्वारा मस्टररोल में कोई गड़बड़ी तो नही कर रहा है, या ये कहे कि सरपंच को इसकी पूरी जानकारी थी वह जानबूझ कर अनजान बनने का कहानी बना रहा है।
सारे सवालों का जवाब अब जांच टीम द्वारा निर्धारित रिपोर्ट पर निर्भर करता है किया रोजगार सहायक पर लगे आरोप सही है या फिर ये केवल आरोप ही है, क्या जांच टीम द्वारा इस मामले में गंभीरता से जाँच किया जाएगा या फिर और मामलो की तरह इसे भी चंद फायदों के लिए दबा दिया जायेगा।
'वंदना न्यूज' से साभार
No comments:
Post a Comment