एसडीएम द्वारा मंदिर को क्षतिग्रस्त करने का मामला : शिवसैनिकों ने गंगाजल से जलाभिषेक कर शिवलिंग की पुनर्स्थापना के बाद किया चक्का जाम - HUMSAFAR MITRA NEWS

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Friday, August 13, 2021



एसडीएम द्वारा मंदिर को क्षतिग्रस्त करने का मामला : शिवसैनिकों ने गंगाजल से जलाभिषेक कर शिवलिंग की पुनर्स्थापना के बाद किया चक्का जाम

'राकेश खरे' की रिपोर्ट 

'हमसफर मित्र न्यूज' 


जगदलपुर / शिवसेना । आज़ादी के पर्व स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालबाग़ परेड मैदान में तैयारियों का जायज़ा लेने पहुंचे जगदलपुर के  एसडीएम जीआर मरकाम द्वारा बलपूर्वल एवं द्वेष भावना के साथ लालबाग़ परेड ग्राउंड के एक किनारे में वर्षों से बरगद के वृक्ष के नीचे दैवीय नाग नागिन के जोड़े के निवास स्थल पर शिवलिंग स्थापना करके पूजा पाठ कर रहें हिंदुओं के आस्था स्थल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। 


मामले की जानकारी होते ही मौके पर शिवसेना के जिलाध्यक्ष अरुण पाण्डेय् शिवसैनिकों के साथ पहुंच गए। उन्होंने घटना की जानकारी मंदिर के पुजारी और गणेशोत्सव समिति के युवाओं से लिया। 


 शिवसेना जिलाध्यक्ष ने गंगाजल से जलाभिषेक कर किया शिवलिंग की पुनर्स्थापना


शिवसेना के जिलाध्यक्ष अरुण पाण्डेय् व वरिष्ठ उपाध्यक्ष चंचलमल जैन ने  सर्वप्रथम विधिपूर्वक गंगाजल से फेंके गये शिवलिंग का जलाभिषेक कर उसे शुद्ध करके पुनः उसकी यथास्थान स्थापना कर दिया।


शिवसैनिकों ने किया चक्काजाम

ततपश्चात प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने व हिंदू आस्था को आघात पहुंचाने वाले एसडीएम जीआर मरकाम के हरकत का विरोध दर्ज़ कराने की मंशा से लालबाग़ की सड़क पर शिवसैनिकों द्वारा चक्काजाम कर दिया गया। बाद में शिवसेना के इस प्रदर्शन की ख़बर सोशल मीडिया के माध्यम से फैलने पर अन्य दल के लोग भी शामिल हुए।


प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो उनके निर्देश पर लोकनिर्माण विभाग के कुछ लोगों ने अपने पैरों कासे धक्का लगाकर तार से बनाये गए घेरे को उजाड़ने का प्रयास किया है। तथा स्थापित शिवलिंग को उसके मूल स्थान से हटाकर भी फेंक दिया गया।


सनद रहे कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है, पिछले कुछ वर्ष से कोरोना संक्रमण के कारण स्वतंत्रता दिवस पर भव्य कार्यक्रम नही हो रहे थे परंतु इस बार 15 अगस्त के कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मदिरा मंत्री क़वासी लखमा ध्वज़ आरोहण के लिए आने वाले हैं। अतः तैयारियों के निरीक्षण में आए एसडीएम जीआर मरकाम द्वारा वहां हिंदुओं की धार्मिक स्थल देखकर द्वेषवश बिना किसी शासनादेश के इसे क्षति पहुंचाई है। घटना स्थल पर एकत्रित कुछ लोगों का यह कहना हैकि वे ईसाई धर्म मानते हैं और द्वेषवश उन्होंने ऐसा किया है, जबकि वहीं मैदान में अंडा मुर्गा जैसे व्यवसायिक ठेले व पार्किंग के लिए रसूखदार वर्षों से इस भूमि का अवैध इस्तेमाल कर रहे हैं। 


शिवसेना के जिलाध्यक्ष का भी आरोप हैकि अधिकारी इसाई धर्म को मानते हैं, उनके आज के हरकत को देखकर ऐसा प्रतीत होता हैकि सरकारी पद पर रहते हुए अधिकारों का गलत इस्तेमाल करते होंगे और हिंदुओं के साथ पक्षपात करते होंगे इस बात में कोई दोमत नही है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे धृणित मानिसिकता वाले अधिकारी द्वारा बस्तर के भोलेभाले हिंदू आदिवासियों और धर्मांतरित आदिवासियों में भेदभाव करके कहीं एसडीएम न्यायालय में पक्षपात ना करते हो..? ऐसा कहते हुए उन्होंने ज़िला कलेक्टर से उन्हें तत्काल एसडीएम पद से हटाने की मांग किया है। प्रदर्शन में उनके साथ शिवसेना के ज़िला उपाध्यक्ष द्वय चंचलमल जैन, अशरफ़ खान, अजय शेट्टी युवासेना से अजय बघेल, आरिफ, असलम, दीपक स्वामी सहित अन्य कार्यकर्ता रहे।

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