पटवारी से तंग आकर किसान ने लगाई फांसी
पं. गणेशदत्त राजू तिवारी की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'।
तखतपुर : पटवारी द्वारा पैसा लेने के बावजूद पर्ची बनाकर नहीं देने और समय पर जमीन की रजिस्ट्री नहीं होने पर कृषक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कृषक ने सुसाइड नोट में अपने मरने का कारण पटवारी को बताया है।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार तखतपुर थाना अंतर्गत ग्राम राजा कापा निवासी छोटू राम कैवर्त पिता स्वर्गीय पंचराम कैवर्त ने जमीन बिक्री के लिए पर्ची बनाने के लिए पटवारी के पिछले 6 माह से चक्कर काट रहा था, इसके लिए पटवारी ने 5000 रुपये पर्ची बनाने के लिए छोटू से लिए भी थे पर मार्च क्लोजिंग के समय उसे रजिस्ट्री करवाना था पर समय पर वह रजिस्ट्री नहीं करा पाया और तंग आकर उसने आज सुबह फांसी लगाने का फैसला लिया और सुबह 5:00 बजे घर से निकल कर अपने बाड़ी में मौजूद पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी थोड़ी देर बाद जब उसकी पत्नी 5:00 बजे चाय लेकर आए तो देखा कि उसका पति गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उसने अपने सामान रखने वाले केरेट में एक सुसाइड नोट लिखा है जिसमें लिखा है कि वह पटवारी से तंग आ गया था और 5000 लेने के बावजूद उसके काम नहीं कर रहा था। जब वही साथी ने बताया कि वह छोटू के साथ 5000 देने पटवारी के पास गया था।
बहन और मां का ख्याल रखना
मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह पटवारी से तंग आ गया था और पैसे लेने के बावजूद काम नहीं कर रहा था बार-बार चक्कर लगाने से तंग आ गया था इस बात से दुखी होकर वह फांसी लगा रहा है ईहलीला समाप्त करते वक्त छोटूराम को अपने परिवार की भी चिंता सता रही थी उसने अपने परिवार के बेटे से कहा है कि उसके मरने के बाद वह अपनी मां और बहन का ख्याल रखें।
अंत में लिखा जय श्री राम
कृषक ने फांसी लगाने से पहले पटवारी के से प्रताड़ित होना और पैसे लेकर काम ना करना ऐसे तो लिखा ही है और उसने पत्र में अंत में यह भी लिखा है कि वह पटवारी से काफी तंग आ गया था और उसने पत्र के अंत में जय श्री राम लिख कर अपना जीवन श्री राम को समर्पित कर दिया।
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