शादी की सालगिरह मुबारक मेरे यार
दो शब्द आप दोनो के लिए
राजू तिवारी मल्हारः
'हमसफर मित्र न्यूज'।
साल भर बाद फिर वह दिन आया।
दिल दहला और तन थर्राया।।
मोबाइल पर मैसेज आने लगे धकाधक।
प्रिय शादी की सालगिरह मुबारक।।
पति का माइंड हर बार की तरह अपसेट।
कारण हर साल वाइफ नए रूप में अपडेट।।
पहली सालगिरह तक थी बड़ी स्वीट।
अब तो कड़वी हो गयी कम्पलीट।।
सुनती कम सुनाती है ज्यादा।
प्यार कम गुस्सा ज्यादा।।
विवाह की पहली वर्षगांठ तक तो था यह सब विपरीत।
फिर हर वर्षगांठ के साथ गायब हुई प्रीत।
प्रीत की जगह अब दी सिर्फ हैप्पी विश।
पहली सालगिरह पर तो मिले थे धड़ाधड़ किस्स।।
अब किस्स नहीं सिर्फ दी एक मुस्कान।
साथ में बोली चलो दूर हटो बहुत है काम।।
काम करते-करते कैसे साल दिया निकाल।
प्यार से की थी शादी, अब शादी से प्यार दिया निकाल।।
वेडिंग एनिवर्सरी ने फिर याद दिलायी प्यार की।
लेकिन अब दोनों के लिए अब याद बस उपहार की।
सो उपहार तक ना रह जाये शादी का यह जन्मदिन।
फिर से प्यार करो पैदा जैसा था शादी के पहले दिन।।
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