संस्कार साहित्य मंच की काव्य गोष्ठी वनभोज कार्यक्रम त्रिकुटी स्थल में... - HUMSAFAR MITRA NEWS

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Saturday, March 20, 2021



संस्कार साहित्य मंच की काव्य गोष्ठी सह वनभोज कार्यक्रम त्रिकुटी स्थल में

अध्यक्ष धनीराम मस्ताना का जन्म दिन धूमधाम से मनाया गया

परमानंद निषाद की रिपोर्ट 

'हमसफर मित्र न्यूज'। 


सराईपाली-  गत दिवस 18 मार्च दिन गुरुवार को बाराडोली(बालसमुन्द) के त्रिकुटी स्थल पर संस्कार साहित्य मंच छत्तीसगढ़ की काव्यगोष्ठी सह वनभोज का आयोजन किया गया।उक्त कार्यक्रम मंच के अध्यक्ष धनीराम नंद मस्ताना जी के जन्मदिवस के पावन अवसर पर आयोजित की गई थी।

         कार्यक्रम की शुरुआत अध्यक्ष महोदय के जन्मदिवस पर केक काटकर किया गया तत्पश्चात चंदर सिंह सिदार ने अपने मधुर स्वर से माँ शारदे की वंदना की। काव्यपाठ की शुरुआत मंच के युवा कलमकार खीरसागर चौहान जी ने की तत्पश्चात शिवप्रसाद कन्हेर जी ने अपने मधुर कंठ से छत्तीसगढ़ी कर्मा गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में शैलेन्द्र चौहान जी ने जन्मदिवस पर बधाई गीत प्रस्तुत की,कमलकांत प्रधान जी ने बेटियों पर हो रहे अत्याचार को उजागर करते हुए रचना प्रस्तुत किया।अगले क्रम में परशुराम चौहान जी ने बहुत ही मनोरम ग़ज़ल-"प्यार के वादे हमेशा ही निभाना चाहिए"प्रस्तुत किया,रूक्मणी भोई जी ने पत्नी की इच्छा काव्यरूप में प्रस्तुत की एवं सुन्दर लाल डडसेना मधुर जी ने अपने गांव का महिमा मंडन करते हुए अपनी मुक्तक में कहा कि "नदी नालों से घिरा शांत जंगल की छाँव,प्रसिद्ध बालसमुन्द बाराडोली मेरा गांव"।अगली कड़ी में मस्ताना जी ने शराबियों पर व्यंग्य करते हुए कहा कि "जमता नहीं किसी से,उससे भी जम जाता है,सच कहूँ यारों जब एक बोतल आता है।"उसके पश्चात मानक दास मानिकपुरी उर्फ मानक छत्तीसगढ़िया जी ने चटनी पर अपनी हास्य कविता सुना लोगों को बहुत गुदगुदाया और कहा कि "कतको साग के भीड़ बढ़ा ले, चटनी बिन सब अर्रा ऐ,दू कौंरा अकतिहा खाबे, चटनी चिक्कन चाहे दर्रा रे।अगली कड़ी में सुकमोती चौहान रूचि जी ने होली के रंगों पर अपनी छंदबद्ध रचना-"होली की छाई है गजब की खुमारी" प्रस्तुत कर कार्यक्रम में समा बांधा एवं गणपत देवदास जी ने बेटियों पर हो रहे अत्याचार पर आक्रोश करती रचना- बेटियाँ पुकारती,ये तुम्हें दुत्कारती"प्रस्तुत की। 

अंत में बाराडोली खेल व कराते साधना सभा छ.ग. के सदस्यों ने काता प्रदर्शन सौनक राणा,फाइटिंग कमलाकांत व चैतन्य प्रधान तथा नालचाकू प्रदर्शन कर सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाए। 

                इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य अतिथि जलंधर प्रधान(सरपंच दमोदरहा) अध्यक्षता उत्तम पटेल(त्रिकुटी समिति सदस्य) विशिष्ट अतिथि दिनेश त्रिपाठी(उपसरपंच)व भोजराज साहू (प्रांतीय अध्यक्ष कराते संघ)ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया।मुख्य अतिथि श्री प्रधान ने आगामी मकर संक्राति मेले में संस्कार साहित्य मंच को एक दिन का कार्यक्रम प्रदान करवाने का आश्वासन दिया।

                      कार्यक्रम में मुख्य रूप से अक्षय कंवर,सौनक राणा, चैतन्य प्रधान,क्षमानिधि त्रिपाठी,देवनारायण बरिहा,खिरोद विश्वकर्मा एवं दयासागर बरिहा विशेष रूप से उपस्थित रहे।अंत में आभार प्रदर्शन सुन्दर लाल डडसेना"मधुर"ने किया।

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