घट स्थापना व देवी षोडशोपचार पूजन के साथ आज से शुरू होगी गुप्त नवरात्र
तंत्र-मंत्र व साधना समेत अन्य अनुष्ठान होंगे शुरू।
'पं. गणेशदत्त राजू तिवारी', मल्हार।
'हमसफर मित्र न्यूज'।
माघ गुप्त नवरात्र 12 फरवरी से शुरू होने जा रही है। इस मौके पर रतनपुर स्थित मां महामाया मंदिर, महामाया चौक सरकंडा स्थित बगलामुखी मंदिर समेत अंचल के कई अन्य मंदिरों में घट स्थापना व देवी षोडशोपचार पूजन समेत अन्य अनुष्ठान किए जाएंगे। इसके साथ ही पूरी नवरात्रि विभिन्न् आयोजन किए जाएंगे।
माघ शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि पर शुक्रवार को गुप्त नवरात्र शुरू होगी। क्वांर व चैत्र नवरात्र की तरह इस नवरात्र पर सभी मंदिरों में आयोजन नहीं होते। ऐसे में रतनपुर मां महामाया मंदिर, बगलामुखी मंदिर व जरहाभाठा स्थित मंदिर समेत कुछ अन्य मंदिरों में ही तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। रतनपुर स्थित मां महामाया मंदिर में अनुष्ठान की शुरुआत सुबह 9.30 बजे से हो जाएगी। इसके तहत सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12 बजे मांगलिक स्नान, द्वार पूजन, धूप परिक्रमा, घट स्थापना, देवी षोडशोपचार पूजन, मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलन, दुर्गा सप्तशती पाठ, शतचंडी यज्ञ शुरू होगा।
खास बात यह कि गुप्त नवरात्र पर षष्ठी तिथि दो दिन पड़ेगी और तिथियों के हेरफेर के चलते इस बार यह नवरात्र नौ की जगह 10 दिनों की होगी। वहीं विसर्जन समेत अन्य अनुष्ठान कुल 11 दिनों तक किए जाएंगे। इस दौरान 20 फरवरी को सुबह 6.21 बजे से धूप परिक्रमा, यज्ञ वेदी पूजन पुण्याहवाचन, महा अष्टमी पूजन, हवन, पूर्णाहूति दोपहर 12 बजे होगी। वहीं यज्ञ शांति पुष्पांजलि आशीर्वाद 21 फरवरी को महानवमी पूजन राजसी श्रृंगार, पूर्वान्ह 11 बजे राजसी नैवेद्य, कन्या भोज, ब्रह्मभोज के साथ नवरात्र विसर्जन किया जाएगा।
मालूम हो कि चैत्र और शरद यानी क्वांर नवरात्र आम जनमानस में ज्यादा चर्तित है। जबकि धर्म ग्रंथों के अनुसार चार नवरात्र का विधान है। चैत्र नवरात्र, आषाढ़ नवरात्र, शरद नवरात्र और माघ नवरात्र। इनमें से आषाढ़ और माघ नवरात्र को गुप्त नवरात्र भी कहा जाता है। गुप्त नवरात्र में किसी विशेष साधना के लिए पूजा-अर्चना की जाती है।
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