ए होगा कोरोना पर असर
शनि की चाल आने वाले माह मे बदलने जा रही है...
'हमसफर मित्र न्यूज'।
शनिवार का दिन है शनि को न्याय कर्ता माना जाता है। कर्मों के दंड के विधान के चलते ही इन्हें क्रूर ग्रह भी कहलाता है। कुंडली में शनि को दुख का कारक माना जाता है। इनका रंग काला और रत्न नीलम है। इस दिन के कारक स्वयं शनिदेव हैं। वहीं इस दिन बजरंग बली यानि श्री हनुमान की पूजा का भी विधान है।
शनि की ये चाल आने वाले माह में बदलने जा रही है हालात, ये होगा कोरोना पर असर।
शनि 29 सितम्बर 2020 तक मकर राशि में हो रहे हैं मार्गी...
ग्रहों की चाल में परिवर्तन को लेकर जहां ये मान्यता है कि यह हमें भी प्रभावित करती है। वहीं ज्योतिष के अनुसार कुछ खास ग्रह हैं जिनमें छोटा सा भी परिवर्तन हमारे जीवन को अत्यधिक प्रभावित करता है, ऐसा ही एक ग्रह शनि भी माना जाता है। शनि को भले ही दुखकारक माना जाता है। लेकिन यह केवल आपको परेशान ही नहीं करता बल्कि कई बार तो यह प्रसन्न होकर जहां आप पूरी तरह से हार चुके हो वहां भी आपको जीत दिलाकर उस चोटी तक ले जाता है, जहां हर कोई आपकी जीत के आगे नतमस्तक होने को मजबूर हो जाता है।
न्यायकारक शनि 29 सितम्बर 2020 तक मकर राशि में वक्री अवस्था में गोचर करने के बाद मार्गी हो रहे हैं। वहीं इसी वर्ष शनि 27 दिसम्बर 2020 को अस्त भी हो जाएंगे, जिससे शनि के प्रभाव कुछ कम हो जाते हैं। धनु और मकर राशि में पहले से ही शनि की साढ़े साती का प्रभाव चल रहा था। अब कुम्भ राशि पर भी शनि की साढ़े साती का पहला चरण शुरु हो जाएगा। शनि मकर और कुम्भ दो राशियों के स्वामी हैं। शनि की दो राशियों में से एक राशि मकर में शनि का गोचर होने जा रहा है और शनि की दूसरी राशि कुम्भ शनि की स्व राशि और मूल त्रिकोण राशि है।
ऐसे में इसका प्रभाव कोरोना पर भी पड़ता दिख रहा है। ज्योतिष के जानकार वीडी श्रीवास्तव के अनुसार यह वो समय है जब कोरोना को लगभग चले जाना चाहिए, ऐसे मे जहां कई ग्रह कोरोना के असर को कम कर रहे होगे वहीं भले ही शनि भी इसमें मदद करता दिखे, लेकिन यह कहीं न कहीं कोरोना को भी सुरक्षित करने का काम करेगा।
ऐसे में अक्टूबर 2020 का महीना कई राशियों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आता दिख रहा है। इसकी वजह यह है कि इस महीने का आरंभ से ठीक पहले यानि 29 सितंबर को शनि की चाल बदल चुकी होगी, शनि मार्गी हो जाएंगे। वहीं राहु केतु भी 23 सितंबर को राशि बदल चुके होंगे। पंडित सुनील शर्मा के अनुसार ऐसे में जहां कुछ राशियों के जीवन में चल रही परेशानी काफी हद तक दूर होगी और शांत एवं सुकून का वक्त शुरू होगा। वहीं कुछ राशियां काफी परेशानी व नुकसान उठाने को मजबूर होती दिख रही हैं। यहां हम आपको परेशानियों के दौर में उनसे मुकाबला करने के लिए उस समय के उपाय भी बता रहे हैं। आइये पहले जानते है उन राशियों को जिन्हें लाभ और आनंद के अवसर भी प्राप्त होंगे। ये हैं वो 5 भाग्यशाली राशियां...
मिथुन राशिफल :
ग्रहों के इस राशि परिवर्तन से मिथुन राशि के जातकों को खासा लाभ होता दिख रहा है। इसके प्रभाव से जीवन के विभिन्न तनाव दूर होंगे। बिगड़े काम बनेने की संभावना के बीच वाहन सुख प्राप्त होने की आशा है। शनि के मार्गी होने की वजह से आपकी धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी और आपको अच्छे लोगों का साथ प्राप्त होगा। जीवनसाथी से स्नेह बढ़ेगा और परिवार की सुख समृद्धि में भी वृद्धि होगी।
उपाय: शनिवार का व्रत रखें या फिर शनि प्रदोष का व्रत भी आप रख सकते हैं। शनिवार के दिन काले कपड़े पहनने से बचें।
कर्क राशि :
इस राशि के जातकों के जीवन में ग्रहों का यह परिवर्तन शुभ फलदायी रहेगा। जीवन के हर क्षेत्र में आप लाभ और उन्नति पाएंगे। जो लोग बीमार चल रहे हैं उनकी सेहत में सुधार होगा। वहीं इसके प्रभाव से धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र पहले से अधिक एकाग्रता के साथ अपनी पढ़ाई कर पाएंगे।
उपाय: हर शनिवार को सरसों का तेल किसी लोहे अथवा मिट्टी के बर्तन में भरकर उसमें अपनी शक्ल देखकर छाया पात्र दान करें और ग़रीबों की यथासंभव सहायता करनी चाहिए।
कन्या राशि ः
इस समय आपको पूर्व में किए गए परिश्रम का शुभ लाभ मिलेगा। कारोबार में भी बेहतर स्थिति का आनंद लेंगे। आपका कोई पुराना कार्य इस वक्त फिर से शुरू हो सकता है और उसमें आपको शुभ फल प्राप्त होने की पूरी संभावना है। पारिवारिक जीवन में सुख आनंद रहेगा। रिश्तों में आपसी तालमेल बनाए रख पाएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति होगी। वाहन खरीदारी का भी योग बनेगा।
उपाय: शनि प्रदोष का व्रत रखें। इसके अलावा शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाएं साथ ही उसमें पांच दाने साबुत उड़द के डालकर रखें।
वृश्चिक राशि:
अक्टूबर में आपकी कोई चाहत पूरी होती दिख रही है। आपके घर में शुभ मंगल कार्यों का आयोजन होने की पूरी संभावना है। संपत्ति का लाभ मिल सकता है। सुख के साधन प्राप्त होंगे। धार्मिक कार्यों में सहभागी बन सकते हैं। आपके परिवार के लोग इस वक्त आपका साथ देंगे और हर मोड़ पर आपकी मदद करेंगे।
धनु राशि :
आपकी राशि वालों पर इसका शुभ प्रभाव देखने को मिलेंगे। अचानक धन लाभ का योग बनेगा। स्थायी संपत्ति के मामलों में किया गया प्रयास सफल हो सकता है। दूर रह रहे संबंधियों से संपर्क होगा। उनकी तरफ से कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। यात्रा लाभप्रद और सुखद रहेगी। करियर और दांपत्य जीवन में अच्छे बदलाव देखने को मिल सकते हैं। मित्रों की तरफ से भी आपको लाभ प्राप्त होगा।
उपाय: शनिवार के दिन किसी काले कपड़े या काले धागे में धतूरे की जड़ धारण करें। इस जड़ को आप अपने गले अथवा बाज़ू में पहन सकते हैं। साथ ही हनुमान जी की उपासना करना परम लाभकारी रहेगा।
अन्य राशियों पर असर :
मेष राशि :
इस गोचर में आपकी मेहनत और संघर्ष बहुत बढ़ जाएगा। कोई त्वचा से जुड़ी बीमारी परेशान कर सकती है इसलिए लापरवाही न करें। शनि के पराक्रम भाव में गोचर करने से आपके अंदर उत्साह की कोई कमी नहीं रहेगी और किसी भी काम को आप बिना डरे करेंगे। माता-पिता का सहयोग पूर्ण रुप से बना रहेगा और आप उनके साथ धार्मिक यात्रा के लिए जा सकते हैं। घर से जुड़े किसी कार्य में धन का खर्च हो सकता है और आपका अपने घर का सपना भी इस शनि के गोचर में सफल हो सकता है।
उपाय: महाराज दशरथ कृत नील शनि स्तोत्र का पाठ करें और शनिवार के दिन संध्या काल में पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
वृषभ राशि:
कार्य-स्थल में मेहनत अधिक होने के बाद लाभ के आसार कम नज़र आ रहे हैं। सब्र और धैर्य से ही काम करें तो बेहतर रहेगा। प्रमोशन के अभी और इंतज़ार करवाएगा। आलस को भी अपने से दूर रखें नही तो कल पर काम टालने की आदत से कुछ महत्वपूर्ण कार्य हाथ से निकल जाएंगे। राहू का भी वाणी भाव में गोचर करने से आपको बहुत ही सोच समझ कर अपनी वाणी का प्रयोग करना होगा और कोई भी ऐसा वादा न करें जिसे आप समय पर पूरा न कर पाएं।
उपाय: किसी जानकार की सलाह पर ही उत्तम गुणवत्ता वाला नीलम रत्न शनिवार के दिन मध्यमा उंगली में पंचधातु अथवा अष्टधातु की अंगूठी में धारण करें और शनि मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि:
आपकी मेहनत और संघर्ष बहुत बढ़ जाएगा जिससे आप खुद को बहुत व्यस्त महसूस करोगे। किसी ज़मीन में निवेश करने की सोच रहे हैं तो बहुत ही सोच समझ कर करें, नहीं तो वर्ष के मध्य में आपके साथ धोखा हो सकता है। किसी अच्छे पद की चाहत में जल्दबाज़ी न करें, संयम से ही चलेंगे तो प्रमोशन भी मिलेगा। किसी पुरानी बीमारी की वज़ह से मानसिक तनाव बना रहेगा। कोई पुराना रुठा हुआ साथी वापिस आ सकता हैं, जिससे आपको अपनापन मिलेगा।
उपाय: शनिवार के दिन साबुत काली उड़द का दान करें और संभव हो तो पीपल वृक्ष के नीचे तिल के तेल का दीपक संध्या काल में जलाकर पीपल वृक्ष की सात परिक्रमा करें।
तुला राशि :
किसी के कहने से कोई बड़ा निवेश न करें और न ही वर्ष के मध्य में भूमि में निवेश के बारे में सोचें। माता से मतभेद दूर होंगे। छोटी-छोटी यात्राओं का योग भी बना हुआ है और सितंबर के बाद विदेश यात्रा का सपना भी सच होगा। किसी तरह का वाद-विवाद होता दिखाई दे, तो आप समय रहते ही दूरी बना लें ये आपके लिए बेहतर रहेगा।
उपाय: किसी जानकार की सलाह पर ही उत्तम गुणवत्ता वाला नीलम रत्न धारण करें। इसके अतिरिक्त आप कटहैला रत्न भी धारण कर सकते हैं।
मकर राशि:
मानसिक परेशानी तो बनी रहेगी पर शनि के अपनी ही राशि में रहने से इस मानसिक तनाव से लड़ने की प्रेरणा भी यही शनि ही देगा। इस गोचर से आपकी निर्णय शक्ति में संतुलन और गहराई आएगी और आपको अपनी नई मंज़िल मिलेंगी। व्यापार के लिए यह गोचर नए अवसर लाएगा और आर्थिक स्थिति में भी लाभ बना रहेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार आने से आप विदेश जाने का सपना भी पूरा कर पाएंगे और अपना घर लेने की सोच रहे हैं तो वह सपना भी अवश्य पूरा होगा। अपनी सेहत का ध्यान रखें किसी तरह की दुर्घटना का योग बन रहा है इसलिए वाहन भी बेहद सावधानी से चलाएं।
उपाय: शनिवार के दिन बिच्छू जड़ी धारण करें, यह जड़ी आप किसी काले कपड़े में लपेट कर या सिल कर अपनी बाज़ू अथवा गले में पहन सकते हैं साथ ही शनिदेव की आराधना भी करना बेहतर रहेगा।
कुंभ राशि :
शनि की साढ़े साती का प्रथम चरण से आपकी राशि में संघर्ष व मेहनत बढ़ जाएगी और आपको अपनी जिंदगी की हकीक़त पता चलेगी। इस समय में आपके अपने दूर जाने लगेंगे और कुछ ऐसे रिश्ते करीब आएंगे, जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं था। व्यवसाय में किसी बड़े निवेश के लिए सोच समझ कर ही आगे बढ़ें।
उपाय: शनिवार से शुरू करके नियमित रूप से शनि देव के बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का जाप करें और शनिवार के दिन दिव्यांग जनों को भोजन कराएं।
मीन राशि :
शनि का एकादश भाव में गोचर का पूर्ण प्रभाव आपकी राशि पर बना रहेगा। व्यापार से जुड़े बहुत से नये अवसर आएंगे और आपको आगे बढ़ने का का मौका मिलेगा। इस वर्ष आप कुछ नया कर दिखाओगे। समाज में भी आपकी नई पहचान बनेगी। सेहत के हिसाब से यह समय बेहतर रहेगा पर आलस से दूर रहें। इस साल माता-पिता का सहयोग पूर्ण रुप से बना रहेगा और आपकी आर्थिक स्थिति में भी वह आपकी मदद करेंंगे।
उपाय: शनिवार के दिन शुभ शनि यंत्र की पूजा करें और शनिवार के ही दिन ग़रीबों को मुफ्त में दवाई बांटें।
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