कविता
जिन्दा क्यों है आप
जिन्दा क्यों है आप? पता लगा लीजिये
कारण का पता चले तो, खुद को बता दीजिये।
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'साइंस वाणी' संस्था के संस्थापक,
चांदनी चौक बालपुर, सरसीवां, बिलाईगढ़,
बलौदा बाजार, (छ. ग),
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जिन्दा रहने का खास कारण बना लीजियें।
देखिए अपने आप को और देखिये अपने आज को,
अच्छे नहीं अगर आप, और अच्छे नहीं आपका आज
तो खुद को अच्छे
और आज को अच्छे बना लीजिये।
जिन्दा होने का क्या उद्देश्य आपका?
हैं अगर तो खुद को बता दीजिये
अगर जिन्दा होने का खास उद्देश्य नहीं तो,
खास उद्देश्य बना लीजिये।
हर पल का हिसाब मांगता आपका जिन्दगी,
आज तक क्या किये और कल क्या करोगे?
अपने जिन्दगी को बता दीजिये,
जिन्दा क्यों है आप? पता लगा लीजिये।
कवि /लेखक /वैज्ञानिक चुन्नू राम बंजारें,
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