धर्म कर्म
यहां जानें दीपावली में दीप, जानें इसके धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
लेखक - 'मनितोष सरकार' (संपादक)
'हमसफ़र मित्र न्यूज़'
किसी भी मांगलिक कार्य में दीपक जलाने की परंपरा को ही दीपावली में दीपक जलाने का महत्व सबसे अधिक माना जाता है। कार्तिक मास के अमावस्या के दिन दीपावली मनाई जाती है, इस दिन घर-घर में तेल का दीपक जलाने की परंपरा है। इसके पीछे धार्मिक कारण के साथ-साथ वैज्ञानिक कारण भी हैं। इस समय दीया से प्रकाशित होकर पर्यावरण, शुद्ध और सभी संप्रदायों के स्वास्थ्य में सुधार होता है। आइए, 'हमसफर मित्र' के इस लेख में जानिए दीपक का महत्व, दीपक कब और क्यों जलाया जाता है, क्या होता है लाभ।
दीपावली में क्यों जलाया जाता है दीप
दीपावली का त्यौहार कार्तिक मास में मनाया जाता है। धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार इस दिन भगवान राम लंका विजय के बाद अयोध्या लौटे थे, जिस खुशी में पूरे अयोध्या नगरी में घर-घर में दीप जलाए गए भगवान राम का स्वागत किया गया था। तब से सभी जगह परंपरा के तहत हर साल इस दिन दीपक जलाए जाते हैं और एक तिहाई मिठाईयां खिलाकर खुशी मनाई जाती है।
वैज्ञानिक कारण
इस समय मौसम में बदलाव होता है, पेड़ों के बाद ठंड की शुरुआत होती है। सूर्य के ताप से सूर्य में पैदा होने वाले रोग बैक्टीरिया सक्रिय होकर पिशाच पर आक्रमण कर देते हैं। दीया जलाने से लेकर दीपक के गर्म लौ तक अधिक समय तक पर्यावरण में सक्रिय रहने वाले ज्वालामुखी पर्यावरण में सूक्ष्म जीवाणु नष्ट हो जाते हैं जिससे हम निरोग जीवन बिता सकते हैं।
किस स्थान पर जलाएं दीपक
दीपक जलाने के कुछ नियम भी हैं। दीपक केवल दीपावली में ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म वाले ज्यादातर लोग अपने घर में शाम को दीपक जलाते हैं। दीपक जलाने का सही समय वही है जिस समय सूर्य का अस्त होता है जिसे हम गोधूलि वेला के नाम से जानते हैं। मुख्य द्वार, घर के मंदिर और तुलसी चौरे में दीपक जलाना शुभ माना जाता है। शाम को दीपक जलाने से राहु ग्रह का प्रभाव दूर होता है। बताया गया है कि ऐसा करने से किसी व्यक्ति को धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।
मुख्य द्वार पर दीपक जलाने का लाभ
गोधूलि वेला का अर्थ है जिस समय गौ माता विचरण कर घर के कपड़े हैं या शाम को सूर्य के घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं साथ ही घर में माता की कृपा बनी रहती है। इस समय के दीपक के लौ से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा की वृद्धि होती है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार जलाएं दीपक
दीपक जलाने का समय भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार शाम 5 से 8 बजे के बीच घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना शुभ माना जाता है। घर के मुख्य द्वार पर दीपक ऐसे जलाएं कि जब आप बाहर निकलें तो दीपक दाहिनी ओर रहें। ध्यान रखें दीपक की ज्योति उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होनी चाहिए। इस प्रकार दीपक का उपयोग करते हुए घर में गृहस्थ सुखमय रहता है।
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