बाल सखा बिल्हा द्वारा नगरवासियों को पॉलिथिन मुक्त करने का चलाया अभियान
'मनोज अग्रवाल' के साथ 'मनितोष सरकार' (संपादक), बिल्हा
'हमसफर मित्र न्यूज'
बिल्हा। बाल सखा बिल्हा द्वारा बिल्हा नगर में पालीथीन व डिस्पोजल का उपयोग न करने हेतु प्रत्येक व्यवसायी से संपर्क कर अपील की गई। कपड़ों की थैली भी सभी दुकानों,खोमचो व ठेलों में वितरित कर पालीथीन व डिस्पोजल के उपयोग से होने वाली हानियों से अवगत कराया गया।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा 1 जुलाई 2022 से सभी प्रकार के सिंगल प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमे प्लास्टिक से निर्मित सभी प्रकार के जो एक बार इस्तेमाल करने के बाद फेक दिया जाता है को पुरी तरह से रोक लगा दी गई है। इस अवसर पर बिल्हा नगर के बाल सखा संगठन द्वारा अभियान चलाकर लोगों से इस वस्तुओं का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है।
सिंगल यूज प्लास्टिक है जानलेवा
आपको बता दें कि किसी भी प्लास्टिक का उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए अतिरिक्त हानिकारक होता है। प्लास्टिक के बारिक कण (डस्ट) कैंसर कारक होता है जो खाद्य पदार्थों के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करती है। और हमें प्रभावित करती है।
बढ़ रही है कैंसर की मरीज
आपको पता होगा जब हमारे रोजमर्रा जिंदगी में प्लास्टिक का उपयोग बहुत ही कम हुआ करता था उस जमाने में कैंसर जैसे घातक बिमारी का नाम बहुत कम सुनाई देता था। यदा-कदा एकआध मरीज ही मिला करता था। पर जबसे हम फैशन के तौर पर रंगबिरंगी पॉलिथीन का इस्तेमाल करने में लगे हैं तब से हर शहर और गांवों में कैंसर जैसे घातक बीमारी देखने को मिल रहा है।
प्लास्टिक का हो रहा था गलत इस्तेमाल
प्लास्टिक का हम गलत इस्तेमाल कर रहे थे। प्लास्टिक का इस्तेमाल केवल ठंडे वस्तुओं के लिए ही करना चाहिए था पर यह गरम वस्तुओं में भी धडल्ले से उपयोग में लाया जा रहा है। प्लास्टिक गरम वस्तुओं के संपर्क में आने से फैलता है और वारिक कणों को खाद्य पदार्थों में सम्मिलित हो जाता है और उसी खाद्य पदार्थों की सेवन के बाद हमारे शरीर में कैंसर कोशिकाएं निर्माण होता है जो धीरे धीरे शरीर के किसी भी हिस्से में ठहरकर वहां कैंसर पैदा कर देते हैं। इस वजह से आंतों के कैंसर, ब्लॉड कैंसर, स्तन कैंसर जैसे अनेकों प्रकार के कैंसर हो जाता है। इससे बचने का एक ही उपाय है कि आप किसी भी गरम खाद्य पदार्थ को प्लास्टिक के थैले में न रखें।
बच्चे भी होते हैं शिकर
यह बात गलत है कि कैंसर केवल वयष्क लोगों को ही होता है। यह बच्चों में भी धडल्ले से फैल रहा है। बच्चे के नाजुक शरीर में कैंसर कोशिकाएं घर बना लेते हैं और वह धीरे-धीरे बढ़ते-बढ़ते भयंकर रूप ले लेते हैं। बच्चों को इस रोग से दूर रखने के लिए बच्चों के खिलौनों को प्लास्टिक का न होने दें, क्योंकि बच्चे अक्सर किसी भी खिलौने को मुंह में लेते हैं जिससे संक्रमण होने की संभावना कई गुणा हो जाते हैं। तो आज ही संकल्प लें कि हम सभी अभी और इसी वक्त से ही प्लास्टिक को नकार दे और समाज में जागरूक फैलाएं।
इस जन जागरूकता अभियान को सफल बनाने में बाल सखा राजकुमार गुप्ता, अखिल बहादुर, महेश माखीजा, मनोज मंगल, किशोर बजाज,सुखी देवांगन, संजय अग्रवाल, नानक मिहानी, मेघनाथ निर्मलकर, कन्हैया अग्रवाल, दुष्यन्त टुटेजा, अशोक मंगवानी, राजेश नागलिया सहित सभी बाल सखा सदस्य उपस्थित रहे।
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