अलविदा लता मंगेशकर: चिरनिंद्रा में सो गईं सुर कोकिला, देश-विदेश में शोक की लहर
'हमसफर मित्र न्यूज'
मुंबई। साल 2022 में मनोरंजन जगत से सबसे बुरी खबर सामने आई है। भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। भारत रत्न सम्मानित गायिका ने ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस लेते हुए देश को तगड़ा झटका दिया है। ना सिर्फ मनोरंजन जगत के सितारे बल्कि पूरे देश के नागरिक लता जी के निधन से गहरे सदमे में हैं।
जानकारी के मुताबिक, लता जी के कोरोना संक्रमित होने के बाद उनमें निमोनिया के भी लक्षण दिख रहे थे। जिसके बाद उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां लता मंगेशकर को आईसीयू में रखा गया। हाल ही में डॉक्टर्स ने लता जी की क्रिटकल कंडीशन की तरफ इशारा करते हुए लोगों से दुआ करने की अपील की थी। कुछ दिनों पहले ही लता मंगेशकर को वैंटिलेटर पर शिफ्ट करने की भी खबरें सामने आई थीं।
लता मंगेशकर खराब हालत की वजह से बीते 14 दिनों से आईसीयू में थीं। जहां जिन्दगी और मौत के बीच जंग लड़ते हुए उन्होंने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। आपको बताते चलें कि, लता मंगेशकर अपनी मधुर आवाज से पिछले कई दशकों से लोगों का दिल जीतती आ रही थीं। उनका जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के यहां हुआ था। भारत रत्न लता ने अपनी आवाज से बहुत कम उम्र में ही सब बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली थी।
लता मंगेशकर ने अपने सात दशक के लंबे करियर में कई भारतीय भाषाओं में 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए थे। लता जी की गिनती भारती सिनेमा की महान पार्श्व गायिकाओं में की जाती थी। इतना ही नहीं अपने बेहतरीन काम और सुरीली आवाज के लिए उन्हें तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, भारत रत्न और कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। लता मंगेशकर प्रीत पारा से 'अजीब दास्तान है ये', 'ऐ मेरे वतन के लोगो' और 'लग जा गले' और फिल्म मुगल-ए-आज़म से 'ये कहां आगे हैं हम' जैसे तमाम गानों के जरिए हमेशा अपने फैंस के दिलों में जिंदा रहेंगी।
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'न्यूज 24' से साभार
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