अजब-गजब : 11 साल पहले गायब हुई लड़की परोस के घर में छीपे हुए मिला
'हमसफर मित्र न्यूज'
पलक्कड, 10 जून: 29 साल की एक महिला के घर वाले बीते 11 साल से उसकी तलाश कर रहे थे। परिवार वाले, आस-पड़ोस के लोग और पुलिस मान चुकी थी कि वह किसी के साथ अपने गांव से बहुत दूर चली गई है या फिर उसके साथ कोई हादसा हो चुका है। पिछले मंगलवार को परिवार वाले तब भौंचक्के रह गए जब उन्हें पता चला कि वह पड़ोस के घर में ही इतने वर्षों तक छिपकर रह रही थी। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब मामले में पुलिस की नए सिरे से एंट्री हुई, कोर्ट तक मामला पहुंचा और फिर पूरी कहानी का पर्दाफाश हुआ। कहा जा रहा है कि वह महिला जिस पड़ोसी के घर में इतने साल से रह रही थी, उनको भी उसके वहां होने की कोई जानकारी नहीं थी। क्योंकि, उसका जीवन इतने साल से एक बंद कमरे में सिमटा हुआ था। सबसे अजीब सी बात है कि महिला ने इस तरह से दिन गुजारने का फैसला खुद की इच्छा से किया था।
11 साल तक अपने पड़ोस के घर में खुद कैद रही लड़की
18 साल की उम्र में अपने घर से गायब हुई एक लड़की 11 साल बाद पास वाले घर से ही बरामद हुई है। घटना केरल के पलक्कड जिले के अयालुर गांव की है। वह उस घर में एक दशक से ज्यादा वक्त से एक युवक के साथ छोटे से कमरे में रह रही थी। उस घर में उस शख्स के माता-पिता भी रहते हैं, लेकिन जानकारी के मुताबिक अपने बेटे के कमरे में उस लड़की की मौजूदगी की उन्हें कभी कोई भनक नहीं लगी। सजीता 2010 के फरवरी में एक रात अपने घर से चुपचाप निकली और पड़ोस में रहने वाले रहमान के घर जाकर उसके साथ इतने दिनों तक छिपकर रहती रही। पुलिस ने शुरू में उसकी काफी तलाश की थी, लेकिन तब उसका कोई सुराग नहीं मिला था। लड़की के पास कोई मोबाइल फोन भी नहीं था।
तीन महीने पहले अलग गांव में शिफ्ट हो गए थे
शायद कई और वर्षों तक उस लड़की का आगे भी कोई पता नहीं चल पाता। उसके माता-पिता ने तो उससे फिर कभी मिल पाने की उम्मीद ही छोड़ दी थी। लेकिन, तीन महीने पहले एक दिन 34 साल का रहमान अपने घर से कहीं चला गया। उसके परिवार वालों ने पुलिस में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस उसे तलाश पाती उससे पहले ही संयोग से पिछले मंगलवार को रहमान अचानक अपने बड़े भाई बशीर से टकरा गया। इस तरह से बशीर पास के उस गांव तक पहुंच गया, जहां बीते तीन महीनों से रहमान और सजीता रहने लगे थे। बरामदगी के बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जिसने सजीता की इच्छा पर उसे फिर से रहमान के साथ ही रहने की इजाजत दे दी।
'रहमान पर घर वालों को कभी शक नहीं हुआ'
दोनों से पूछताछ के बाद नेनमारा के एसएचओ दीपा कुमार ने कहा है कि सजीता और रहमान ने अपनी रिलेशनशिप सबसे इसीलिए छिपा कर रखी थी कि उन दोनों का धर्म अलग है और इससे बवाल मच सकता है। उन्होंने कहा है, 'इनकी कहानी असमान्य लगती है, लेकिन हम दोनों को रहमान के घर ले गए और उन्होंने हमें बताया कि कैसे सजीता इतने साल तक एक कमरे में सबकी नजरों से बचकर रहती रही।' कुमार के मुताबिक तब रहमान 24 साल का था और घर वालो ने उसपर कभी शक नहीं किया। उन्होंने कहा, 'उनके रिश्ते के बारे में किसी को नहीं पता था। जब कोई प्रेम में पड़कर इस तरह से भागता है तो दोनों एक साथ गायब होते हैं।' बशीर का कहना है कि उसका भाई अलग कमरे में रहता था और हमेशा उसे बंद करके रखता था। किसी को उसमें जाने नहीं देता था। बशीर तो अलग रहता है, लेकिन माता-पिता ने कभी अपने गुस्सैल बेटे रहमान से इस बात पर उलझना मुनासिब नहीं समझा। घर के सारे लोग काम पर चले जाते थे तो पेशे से पेंटर रहमान खाना लेकर भी अपने कमरे में ही चला जाता था।
रहमान का बर्ताव अजीब था- पड़ोसी
हाल में रहमान के परिवार ने उसके लिए लड़की खोजनी शुरू की थी। बशीर के मुताबिक उसने इसका विरोध तो नहीं किया, लेकिन इस मुद्दे पर ज्यादा बात नहीं करना चाहता था। रहमान के पड़ोसी और स्थानीय पंचायत के मेंबर पुषपकरण के मुताबिक उसके बर्ताव से लगता था कि उसके साथ कुछ मानसिक दिक्कत है। उन्होंने बताया, 'हमको लगता है कि उसने अपने कमरे की खिड़की के कुछ रॉड निकाल दिए थे। कमरे में अटैच टॉयलेट नहीं था तो शायद रात में सजीता खिड़की से ही बाहर निकलती थी या फिर जब रहमान के माता-पिता काम पर जाते थे, तब चली जाती होगी।' बशीर का कहना है कि उन्होंने बताया है कि लड़की अपने कपड़े भी कमरे में ही धोकर सुखा लेती थी।
बंद कमरे रहने को कैसे तैयार हुई सजीता ?
जानकारी के मुताबिक जब रहमान काम पर जाता था तो इतने दिनों तक सजीता एक छोटे से टीवी पर ईयरफोन लगाकर अपना अकेलापन काट लेती थी। पुलिस के मुताबिक गांव वाले उसे लगभग भूल ही गए थे और सोच रहे थे कि शायद वह किसी के साथ भागकर तमिलनाडु चली गई है। अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि ऐसी क्या बात हुई कि तीन महीने पहले सजीता रहमान का घर छोड़कर चली गई। उसी दिन रहमान भी अपने परिवार वालों से झगड़ा करके घर छोड़कर उसके पीछे चला गया था। उसके बाद दोनों तीन महीने से दूसरे गांव में रहने लगे थे। रहमान ने कोर्ट से कहा है कि उसे डर था कि उसके परिवार वाले सजीता का विरोध करेंगे। लेकिन, उसने यह नहीं बताया कि सजीता उसके साथ रहने के लिए बंद कमरे में 11 साल बिताने को कैसे तैयार हुई ?
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