बजट में किया गया शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान और रोजगार पर विशेष ध्यान
पं. गणेशदत्त राजू तिवारी की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में राज्य का 21वां और अपनी सरकार का तीसरा बजट पेश किया. इस बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान, रोजगार, इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस रहा. राज्य का इस बार का बजट 97,106 हजार करोड़ का रहा.
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राज्य के कुल बजट का आकार 97,106 करोड़. 3702 करोड़ का राजस्व घाटा अनुमानित है. जल कर में बढ़ोतरी, नए बैरियर के निर्माण से राजस्व में बढ़ोतरी का अनुमान है.
प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि राज्य का बजट बनाने में सहयोगी के रूप में वित्त सचिव और संचालक बजट दोनों अधिकारी महिला रहीं. मुख्यमंत्री द्वारा बजट दस्तावेज विधानसभा ले जाने के लिए हाथ से स्थानीय स्तर पर निर्मित बैग का उपयोग किया गया.
बजट पर नेता भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भूपेश सरकार के बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''कोरोना के बाद लगा था बजट घाव पर मरहम लगाने का काम करेगा. लेकिन ठीक उसके उलट हुआ है. स्वास्थ्य, महिला वर्ग, युवा वर्ग किसी के लिए कोई प्रावधान नहीं है.'' उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शेर का जवाब देते हुए कहा, ''विकास के रास्ते में अड़चन डालते हो तुम, न्याय का नाम लेकर अन्याय करते हो तुम.''
छत्तीसगढ़ बनने के बाद पहली बार बजट का आकार छोटा हुआ है, बजट का छोटा होना दुर्भाग्यजनक है. बजट केंद्र पर निर्भर है, विभागवार राशि स्पष्ट नहीं है, बजट में कुछ नया शामिल नहीं किया गया. सड़कों के लिए पूरी तरह केंद्र पर निर्भर हैं. बजट प्रदेश को पीछे धकेलने वाला बजट है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ''रास्तों की अड़चनों से हम कभी डरते नहीं, बात हो जाए जब न्याय की तो पीछे कभी हटते नहीं.'' शायरी पढ़कर अपने बजट भाषण का समापन किया.
बजट का निम्न प्रावधान गोधन न्याय योजना का प्रावधान राजीव गांधी किसान योजना में 5703/ करोड़ का प्रावधान, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना के अंतर्गत119नये अंग्रेजी स्कूल, राजीव गांधी न्याय किसान मे 5703/करोड़ का प्रावधान, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना हेतू 13/करोड़ का प्रावधान पेश किया।
छत्तीसगढ़ सरकार माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को हार्दिक आभार।
अजय काले ।
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