पूर्व मंत्री घृतलहरे की बहू और पोति की हत्या का हुआ खुलासा!
रायपुर से डी पी रात्रे की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'।
रायपुर।1 फरवरी 2021,
पूर्व मंत्री स्व.डी.पी.घृतलहरे की खम्हारडीह सतनाम गुरूद्वारा भवन चौंक पास रायपुर के स्थित निवास में पिछले दिनों शनिवार 30 जनवरी 2021 को उनकी बहू और पोती की जघन्य हत्या को अंजाम दिया गया था।
जिनका खुलासा हो गया हैं मिली जानकारी अनुसार नेहा व बेटी अनन्या की हत्या उनके ही ननदोई अजय राय और डाॅ.आनंद राय ने की,जिसमें उनके दोस्त दीपक भी शामिल हैं।
खम्हारडीह रायपुर में पूर्व मंत्री डी.पी.घृतलहरे की बहू नेहा घृतलहरे उम्र 30 वर्ष और उसकी बेटी अनन्या 9 वर्ष की जूते की लेस से गला घोंट कर हत्या उनके ही दोनों ननदोइयों अजय राय और डाॅ.आनंद राय ने की थी। दोनों सगे भाई भी हैं। वारदात में दीपक सायतोड़े भी शामिल था। साइबर सेल ने इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। इनमें से डाॅ.आनंद राय और उसके दोस्त दीपक सायतोड़े को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में खुलासा हुआ हैं कि अजय राय अपने बड़े भाई डाॅ. आनंद राय और दीपक सायतोड़े को लेकर नेहा के घर खम्हारडीह रायपुर में 25 लाख रुपए उधार मांगने गया था।
अजय राय पहले भी तरुण घृतलहरे के पैसे को डुबा चुका था। इसलिए नेहा घृतलहरे ने उधार देने से इंकार कर दिया। इसके बाद तीनों ने जूते की लेस से नेहा घृतलहरे का वही पर ही गला घोंट कर हत्या कर दिया।
उनकी बच्ची अनन्या घृतलहरे 9 वर्षीय दोनों को पहचानता था। इसलिए उसकी भी हत्या मौके पर कर दी गई। फिर दोनों शव को दीवान के भीतर ठूंस दिए।
तीनों को एक साथ निकले तो शक हो सकता है,इसलिए डाॅ. आनंद राय और दीपक सायतोड़े को घर में बंद कर अजय राय बाहर आ गया।
उसका प्लान यह था कि देर रात आ कर दोनों को ले जाएगा। लेकिन नेहा घृतलहरे के भाई-बहन अचानक वहां खम्हारडीह रायपुर स्थित निवास में पहुंच गए और हत्या का खुलासा हो गया।
आरोपी अजय राय की तलाश में पुलिस ने पिछले 24 घंटे में कई जगह छापे मारे हैं,लेकिन वह अभी तक फरार है।
पुलिस ने बताया कि वह नेहा घृतलहरे और उसके पति तरुण घृतलहरे से इसलिए नाराज था, क्योंकि अजय राय - डॉ.आनंद राय की निसंतान बुआ (नेहा घृतलहरे की बुआ सास) ने सिमगा रोड पर अपनी 17 एकड़ जमीन तरुण घृतलहरे के नाम कर दिया था।
आरोपी उसमें अपनी पत्नियों के नाम से हिस्सा मांग रहे थे।
लेकिन नेहा घृतलहरे ने उन्हें देने को तैयार नहीं थी।
अजय राय आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इस वजह से वह नेहा घृतलहरे से उधार मांग रहा था, लेकिन नेहा घृतलहरे ने उन्हें देने से इंकार कर दिया था।
वारदात वाले दिन यानी शनिवार को अजय राय अपने बड़े भाई डाॅ.आनंद राय को इसलिए ले गया था कि शायद नेहा घृतलहरे उसकी बात मान ले।
हालांकि पुलिस का दावा है कि उसने प्लान कर ही लिया था,
कि अगर नेहा घृतलहरे नहीं मानेगी तो उसकी हत्या ही कर देगा। उसने इस प्लान पर अमल भी किया।
दोनों शव आधी रात जंगल ले जा कर फेंकने का बनाया था प्लान
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने हत्या के बाद दो तरह की प्लानिंग किया था। पहला यह था कि आधी रात दोनों शवों को निकालेंगे और कार से जंगल ले जा कर फेंक देंगे।
दूसरा प्लान यह था कि फिर भी शव नहीं ले जा सके तो जेवर-पैसे लेकर निकल जाएंगे।
इसीलिए डाॅ.आनंद राय और दीपक सायतोड़े को मौके पर छोड़ा गया।
जिस वक्त नेहा घृतलहरे के भाई - बहन घर पहुंचे,तब अजय राय अपार्टमेंट के बाहर कार में बैठा था। दोनों ताला तोड़ कर घर में घुसे,तब उसे भंडाफोड़ की आशंका हुई और वह मोबाइल बंद कर भाग निकला।
भीतर डाॅ.आनंद राय और दीपक सायतोड़े मिल गए और यह हत्याकांड के खुलासे में महत्वपूर्ण साबित हुआ।
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