बिलासपुर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष पांडेय को पुलिस ने किया फरार घोषित
सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहते धान खरीदी में जमकर किया था घोटाला,
पं. गणेशदत्त राजू तिवारी की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'।
बिलासपुरः समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में गड़बड़ी के आरोप से घिरे जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडेय की परेशानी बढ़ने लगी है। चारसौबीसी का आरोप झेल रहे पांडये को पुलिस ने फरार घोषित कर दिया है। एक करोड़ स्र्पये से अधिक के धान खरीदी में गड़बड़ी के आरोप में पुलिस ने पूर्व अध्यक्ष पांडेय के खिलाफ भादवि की धारा 420,407,467,471 व 120 बी 34 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
मामला वर्ष 2012 का है। बैंक अध्यक्ष रहते हुए पांडेय ने धान खरीदी के साथ ही भर्ती घोटाला को भी अंजाम दिया था। सोहगपुर सहकारी समिति में वर्ष 2012 में एक करोड़ स्र्पये से अधिक की धान खरीदी में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। जांच में पुष्टि होने के बाद पंजीयक सहकारी संस्थाएं ने मामला पुलिस के हवाले कर दिया था। मामले में जांच के दौरान कंप्यूटर आपरेटर के अलावा समिति के अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता सामने आई थी।
मामले में सहकारी समिति के कर्मचारी जिनके खिलाफ पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई भी कर दी है। तब से लेकर आजतलक पूर्व अध्यक्ष पांडेय की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। अब जाकर पुलिस ने फरार घोषित किया है।
हाई कोर्ट पहुंचा भर्ती घोटाला का मामला
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्षीय कार्यकाल के दौरान भर्ती घोटाला भी सामने आया था। पंजीयक सहकारी संस्था ने जांच के लिए कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने पड़ताल के बाद भर्ती घोटाले की पुष्टि कर दी थी। स्टाफ कमेटी के निर्णय के बाद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक प्रबंधन ने फर्जी भर्ती घोटाले में 110 कर्मचारियों को बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया था। बैंक के इस निर्णय के खिलाफ बर्खास्त कर्मचारियों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर गुहार लगाई है।
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