धान खरीदी केंद्रों में तिरपाल नहीं होने से धान को नुकसान पहुंचा, शहर की सड़कों पर पानी भर गया
पं. गणेशदत्त राजू तिवारी की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'।
बिलासपुर। रात से लेकर सुबह तक करीब एक घंटे तक अलग-अलग समय में बारिश हुई। जिसकी वजह से शहरी क्षेत्र में जहां पानी की निकासी नहीं होने की वजह से लोगों को परेशानियां हुई। खासतौर पर विनोबा नगर इलाके में नाली का पानी जाम होने से लोगों को दिक्कतें हुई। वहीं ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा असर धान खरीदी केंद्रों में हुआ। बारिश से वहां अव्यवस्था फैल गई और बदइंतजामी नजर आई। खुले में रखा करीब 18 लाख क्विंटल धान भीगे जाने की और अच्छा खासा नुकसान होने की चर्चा है।
छतौना केंद्र में 18 हजार क्विंटल धान को बगैर सुरक्षा के जमीन पर रख दिया गया
धान खरीदी के अंतिम दिन बेमौसम सुबह हुई बरसात से खुले में रखे 18 लाख क्विंटल धान भीगते रहे। धान खरीदी केंद्र में बदइंतजामी यह थी कि धान के बोरे को सीधे जमीन पर रख दिए गए। धान खरीदी केंद्र की मॉनिटरिंग करने वाले जिम्मेदार अफसर कार्यालय में जमे रहे। जिले में शुक्रवार को धान खरीदी का अंतिम दिन था। शुक्रवार को हुई बारिश से रायपुर मार्ग पर छतौना धान खरीदी केंद्र में खुले में 18 हजार क्विंटल धान के बोरे सीधे जमीन में रखे गए थे। बोरे के नीचे भूसी की बोरी या अन्य व्यवस्था नहीं हुई। इससे शुक्रवार की सुबह हुई बारिश से धान के बोरे भीग गए। वर्तमान में 18 लाख क्विंटल धान विभिन्न धान खरीदी केंद्रों में खुले में पड़ा है। वह भी बारिश से भीगते रहे। अब तक 44 लाख 88 हजार क्विंटल धान खरीदी हुई।
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