जिले के सभी ब्लाँको में आज कांग्रेसियों का मौन धरना
पं. गणेशदत्त राजू तिवारी की रिपोर्ट
'हमसफर मित्र न्यूज'।
बिलासपुर 5 अक्टूबर। ज़िला कांग्रेस कमेटी ( ग्रामीण / शहर ) के संयुक्त तत्वाधान में 05 अक्टूबर को सुबह 10.30 बजे से दोपहर 12.00 तक बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर प्रतिमा के सामने मौन धरना दिया जाएगा । ज़िला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि मौन धरना बिलासपुर जिले के सभी ग्रामीण ब्लाकों में तखतपुर,तिफरा,सँकरी,बिल्हा,बेलतरा,कोटा ,रतनपुर,मस्तूरी,सीपत ,बेलगहना में भी किया जाएगा । ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी और शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक ने कहा कि उत्तरप्रदेश में मां -बहनो की इज्जत आबरू सुरक्षित नही है ,माताएं बहने घर से निकलने में डर रहे है ,जब तक घर वापस न आ जाए पूरा परिवार अनहोनी घटना से चिंतित और संशकित रहता है ,उन्होंने कहा देश की एक दलित परिवार की बेटी के साथ यौन शोषण हुआ ,जिसका दिल्ली में निधन हुआ पर उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने रीति रिवाज को दरकिनार करते हुए रात्रि में ही अंतिम संस्कार कर दिया साथ ही पीड़ित परिवार के साथ प्रशासन ने आतंक और भय का वातावरण बनाकर न मीडिया को , न सामाजिक कार्यकर्ताओं को और न ही राजनीतिक पार्टी के नेताओ को मिलने दिया जा रहा है ,उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में कानून नाम का कोई चीज नही है ,जनता आतंक के साये में जीने को मजबूर है । देश की बेटी स्व मनीषा बाल्मीकि ,जो दलित समाज की थी ,उसके परिवार को न्याय दिलाने कांग्रेस पार्टी करेंगे आंदोलन।
अध्यक्ष द्वय ने बताया कि इनके साथ हुए अत्यचार के खिलाफ कांग्रेस ब्लॉक ,जिला ,एव राजधानी रायपुर में क्रमशः 05 अक्टूबर , 06 अक्टूबर और 07 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्य नाथ एवं केंद्र मैं बैठे सरकार के खिलाप आंदोलन किया जायेगा ।आंदोलन पश्चात महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौप जाएगा ।
५ अक्टूबर को अम्बेडकर जी की प्रतिमा के पास मौन धारण एवं ६ अक्टूबर को अम्बेडकर जी की प्रतिमा के नीचे जिला स्तरीय धरना का आयोजन किया जा रहा है
देश की पीड़ित बेटी के परिवार को न्याय दिलाने हेतु जिला कांग्रेस कमेटी दके अध्यक्ष विजय केशरवानीएवं शहर कांग्रेस प्रमोद नायक द्वारा
उत्तर प्रदेश हाथरस में एक दलित बेटी स्व मनीषा वाल्मीकि के साथ सामुहिक दुष्कर्म कर हत्या कर दिया
गया इस हृदयविदारक घटना से पुर देश में दुख का माहौल बना हुआ है साथ ही इस घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को सजा दिलाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में कैंडल मार्च और विरोध किया जा रहा है। साथ ही केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार के द्वारा इस घटना को दबाने के लिए अथक प्रयास भी किया गया यह तक पुलिस शासन व प्रशासन मिल कर परिवार के बिना अनुमति के बिटिया मनीषा के बॉडी को जला दिया गया जो सरकार का सबूत मिटाने का प्रयास था ।
अपराधियों के द्वारा जघन्य व कुर्तम अपराध किया गया जो उत्तर प्रदेश सरकार के संरक्षण में यह वारदात घटित हुआ है। यहां की सरकार ने प्रजातंत्र और देश के संविधान के विरुष्द पीड़िता के शव को बिना परिजनों की उपस्थिति एवं सहमति के बगैर ही अंतिम संस्कार कर दिया गया जो उत्तर को प्रमाणित करता है।
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