'रेडी टू ईट', जांच में पाई गई सही - HUMSAFAR MITRA NEWS

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Sunday, August 30, 2020

 

'रेडी टू ईट', जांच में पाई गई सही 

नवागढ़ से दुजेय साहू की रिपोर्ट 

'हमसफर मित्र न्यूज'। 

रेडी टू ईट निर्माण में सुरक्षा बरती जा रही है लिहाजा पैकेट बंद रेडी टू इट में बेंच नंबर व उत्पादन तिथि व समाप्त तिथि सब सही पाए गए जांच अनुसार – 


इस मामले की खबर को प्रकाशित कर खंडन किया जाता है 


कुछ माह पहले इसकी जांच की गई थी जो कि सभी समूहों के द्वारा निर्माण रेडी टू ईट में सही होना पाया गया था 


  जो कि कुछ माह पहले कुछ पत्रकारो के द्वारा अधिकारीओ को जांच हेतु आवेदन किया गया था जो आवेदन के अनुसार सब सही पाया गया था 


जो इस मामले के समाचार को कुछ स्थिति पत्रकार  रेडी टू ईट निर्माण के मामले में गलत खबर प्रकाशित किया गया था 


जो खबर के अनुसार जांच में सही पाया गया था जो खबर फर्जी व झुटे समझ कर इस खबर को खंडन किया जाता है 


इस तरह की फर्जी झूटी खबर को बार बार अखबार में छापकर पैसे की डिमांड करते रहे है 

इसकी शिकायत आगनबाड़ी कार्यकर्ताओ के द्वारा पुलिस में भी किया गया था 





 नवागढ़ रेडी टू इट निर्माण में बड़ी सुरक्षा बरती जा रही है लिहाजा पैकेट बंद रेडी टू इट में बेंच नंबर व नियम से जांच के अनुसार पैकेट को सही पाया गया – 


बेमेतरा जिले के नवागढ़ ब्लाक में महिला एवं बाल विकास 

का मामला सामने आया है। दरअसल महिला स्व-सहायता समूह द्वारा रेडी टू इट निर्माण में सुरक्षा बरती जा रही है लिहाजा पैकेट बंद रेडी टू इट में जाँच के अनुसार सभी समूहों के रेडी टू ईट निर्माण में सही पाया गया इस सबंध में अधिकारी व कर्मचारियों  ने जिले के कई स्व-सहायता समूह का जायजा लिया..जो कि सही पाया गया  

. महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित व महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे रेडी टू ईट के निर्माण में लापरवाही की शिकायत मिलने के बाद हमने पूरे मामले की पड़ताल की। जो कि सही तरीके से निर्माण हुआ था इस दौरान कई बंद पैकेट की पड़ताल की गई  जो सही पाया गया 

जो हर माह समय समय पर जांच भी तो की जाती है लेकिन इस जांच का नतीजा क्या है वह इन तस्वीरों से साफ हो जाता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक आंगनबाड़ी केंद्रों के इस पैकेट को खाने लायक  कहा जा सकता है जो नौनिहाल इसे सेवन कर रहे है जो  बता दें कि रेडी टू ईट की यह खुराक छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए सरकार निशुक्ल उपलब्ध कराती है।



बता दें कि नौनिहाल बच्चों व शिशुवती माताओं सहित गर्भवती महिलाओं की सेहत के लिए सरकार ने महिला बाल विकास विभाग को अधिकृत किया है। और इस विभाग के माध्यम से गांवों में महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से पोषण आहार बनाए जाते हैं लेकिन इस आहार की गुणवत्ता को लेकर जांच  की गई  ओर हर माह  रेडी टू ईट का सेम्पल लैब टेस्टिंग और  अधिकारियों द्वारा जांच कर आगनबाड़ी में भेज दिया जाता है । स्थानीय सेक्टर सुपरवाइजर के द्वारा  निरीक्षण  कर के पौष्टिक सामाग्री का मिश्रण किया जाता हैं ।


सभी नियमों अनुसार रेडी टू ईट निर्माण व पैकेट सील बंद कर आंगनबाड़ी केंद्र में भेज दिया जाता है जो सही स्थिति में पहुँचा दिया जाता है



. वहीं पौष्टिक आहार या किसी भी फूड उत्पाद करने वाले लोगों के  हाथों में दस्ताने और सिर में कवर होना जरूरी है  जो जांच में सही मिला समय समय  मापदंडो के मुताबिक पौष्टिक आहार बनाने के लिए गेहूं 30 ग्राम , सोयाबीन 10 ग्राम ,चना 20 ग्राम, शक्कर 27 ग्राम, सोयाबीन तेल 5 ग्राम, फल्ली दाना 5 ग्राम और रागी 3 ग्राम का मिश्रण करके पोषक तत्व के रूप में प्रोटीन 12. 75 ग्राम व कैलोरी 410 .19 ग्राम का एक पैकेट तैयार  होता है । लेकिन इसकी जांच कर सही पाया गया  यह पौष्टिक आहार वाकई में मानक है  


बता दें कि जिले में जय महामाया स्व सहायता समूह खाम्ही- प्रतापपुर ,निधि स्व सहायता समूह –

धरमपुरा, पूजा उन्नति स्व सहायता समूह – चमारी, लक्ष्मीनारायण स्व सहायता समूह – नवागढ़, मां शारदा स्व सहायता समूह -संबलपुर, दीदी महिला बैंक स्व 

सहायता समूह – गुंजेरा, सत्या दीदी स्व सहायता समूह – कुरुवा ,भाग्यश्री स्व सहायता समूह- मोहल्लाईन जो इन सभी समूहों को जाँच किया गया जो सही होना पाया  बहरहाल देश वैसे ही कोरोना संकट से जूझ रहा है इस बीच 

 पौष्टिक आहार की खुराक नौनिहालों और

गर्भ‌वती महिलाओं को मिलेगा तो फिट रहेगा इंडिया। ......

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