आज 20 तारीख को सूर्य ग्रहण और शंका समाधान
'पं. गणेशदत्त राजू तिवारी', मल्हार
'हमसफर मित्र न्यूज'
आजकल कुछ इस प्रकार का चलन है कि लोग ऐक नया नाम और इस प्रकार का ग्रहण सौ साल मे केवल ऐक बार पड़ता है सोच
इसके पीछे न भागे।कोई भी सूर्य ग्रहण हो उसको देखने से
बचना चाहिए।ग्रहण ऐक विशेष क्षण होता है जिसमें अन्तरिक्ष में विकीरण बहुत फैलता है सो हमारे शास्त्रों में इनका देखना मना करा गया है और ग्रहण के समय करा गया जप दस गुना फल देता है कह कर आपको अपने घर मे ऐक स्थान पर बैठे रहने का संदेश देता है।आपने हाई ब्रिड ग्रहण का नाम तो सुन लिया आज ऐक और नाम की जानकारी दे रहा हूं ब्लू मून।यह मून भी बड़ा विशेष होता है और जब भी पड़ेगा तो पूर्णमासी के अगले दिन पड़ेगा।
इस ब्लू मून पर बाकी जानकारी फिर कभी अभी सूर्य
ग्रहण पर।ग्रहण ऐक अन्तरिक्ष मे घटने वाली विशेष घटना है और इसका प्रभाव जहां ग्रहण पड़ता है वहां पर निश्चित पड़ता है यह शास्त्र मत है इसी लिऐ शास्त्र यह कहता है जहां यह दृश्य नहीं होता वहां इसका दैष नहीं बनता।यह
ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा इस लिऐ आप पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा।ग्रहण कितने पड़ सकते है इसकी सीमा तय है।किसी भी वर्ष ग्रहण नही पड़े ऐसा कभी नहीं होता
कम से कम दो ग्रहण निश्चित पड़ेगे और अधिकतम सात ग्रहण पड़ सकते है।जब केवल दो ग्रहण पड़ेंगे तो वह दोनो
सूर्य ग्रहण होगे और अधिकतम सात ग्रहण पड़ सकते है।
सात ग्रहण पड़ने पर सूर्य ग्रहण पांच होने की और दो चन्द्र ग्रहण की सम्भावना बनती है।कभी सूर्य ग्रहण चार और चन्द्र ग्रहण तीन पड़ते है।यह इसका साधारण विवरण
दिया है।यह क्रहण भारत मे दिखाई नहीं देगा इस लिऐ इसका सूतक भी नहीं लगेगा और न कोई प्रभाव पड़ेगा।
सबका धन्यवाद।
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